अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के एमएलके पीजी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में अंतरंग साथी हिंसा विषय पर मंगलवार को सेमिनार का आयोजन किया गया ।
19 सितंबर को "अंतरंग साथी हिंसा" (इंटिमेट पार्टनर वायलेंस) विषय पर मनोविज्ञान विभाग द्वारा विभागीय सेमिनार का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रोफेसर जनार्दन प्रसाद पांडे द्वारा किया गया । अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान डॉ. स्वदेश भट्ट ने किया । प्राचार्य ने विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संबंधों में किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए त्याग की भावना होना अनिवार्य है । एम ए मनोविज्ञान के छात्र अंबुज शुक्ला ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रति 10 महिलाओं में से 3 महिला और प्रति 10 पुरूषों में से 1 पुरुष अंतरंग साथी हिंसा का शिकार हैं । सुझाव दिया गया कि अंतरंग साथी हिंसा को शुरुआती स्तर पर ही रोका जाना चाहिए ।
कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभाग के राजर्षि मणि त्रिपाठी और डॉ. सुनील शुक्ला ने अपने विचार प्रस्तुत किये । कार्यक्रम में प्रो. वीणा सिंह और डॉ . अनामिका सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये । कार्यक्रम में प्रो रेखा विश्वकर्मा, डॉ. शकुन्तला सिंह, डॉ. वंदना सिंह, एवं मनोविज्ञान विषय के छात्र छात्राएँ भी उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन अर्चना पांडे (प्रवक्ता मनोविज्ञान) ने और धन्यवाद ज्ञापन कृतिका तिवारी (सहायक प्राध्यापक मनोविज्ञान) ने किया ।
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