अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे 14 सितंबर को सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हिंदी दिवस के अवसर पर बाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। विद्यालय के कक्षा 5 से लेकर कक्षा 12 तक के 15 विद्यार्थियों कवियों ने स्वरचित एवं हिंदी साहित्यकारों की विभिन्न कृतियों पर सस्वर कविता पाठ किया । हिंदी दिवस के अवसर पर इस कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन हिंदी संभाग द्वारा किया गया ।
हिंदी विभाग के द्वारा विद्यालय मे भारतेंदु युग छायावाद युग और आधुनिक युग के प्रख्यात साहित्यकारों के जीवन परिचय एवं उनकी कृतियों के साथ बोर्ड पर प्रदर्शित किया गया। आज की इस बाल कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि विद्यालय प्रबंध समिति की निर्देशिका सुजाता आनंद एवं निदेशक सुयश कुमार रहे। कार्यक्रम का आरंभ मां शारदे एवं हिंदी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार राजेंद्र सिंह के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ ।
तदुपरान्त मां शारदे के चित्र के समक्ष दिव्य ज्योति को मुख्य अतिथियों के साथ विद्यालय प्राचार्य आसिम रूमी व समन्वयक राजेश जयसवाल द्वारा सामूहिक रूप से प्रज्वलित किया गया। कार्यक्रम के अगले चरण में प्राचार्य आसिम रूमी द्वारा हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम की शुभारंभ की औपचारिक घोषणा की गई। विद्यालय अध्यापक अखिलेश तिवारी ने सरस्वती वंदना के साथ अपनी काव्य रचना का पाठ किया।विद्यालय अध्यापिका कंचन मिश्रा ने भी अपनी कविता का पाठ किया। कार्यक्रम की शुरुआत मे कक्षा 6 के युवराज सिंह के द्वारा रचनाकार पीयूष मिश्रा के वेशभूषा में आरंभ है प्रचंड..पर सस्वर प्रचंड पाठ किया गया । महादेवी वर्मा की प्रतिरूप में आरोही शर्मा ने स्वप्न में रखा आस्था.. और जयशंकर प्रसाद के प्रतिरूप में अमोघ पांडे ने विमल इंदु की विशाल किरणें.. पर कविता पाठ किया। हिमांशु त्रिपाठी ने रश्मिरथी का भावपूर्ण पाठ किया। इसी क्रम में विद्यालय के समन्वयक राजेश जायसवाल में अपने संबोधन में बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें काव्य एवं वाचन परंपरा से परिचित करवाते हुए इसे संप्रेषण का सबसे सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए हिंदी विभाग के संजय सिंह तोमर, कंचन मिश्रा, विभा मिश्रा एवं त्रिशला को विशेष धन्यवाद दिया । समन्वयक आफाक हुसैन ने भी अपने संबोधन में हिंदी की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हिन्दी मानव में चरित्र का निर्माण करती है इसके साथ-साथ उन्होंने काव्य पाठ भी किया जो बच्चों ने बहुत सराहा । इसी क्रम में कक्षा 8 से लेकर 12 तक के बच्चों ने काव्य पाठ करके शमा बांध दिया । वीरभद्र त्रिपाठी, मनकीरत, अनुशिका सिंह, सिद्दिता सिंह, प्रियांशी, रितिशा उपाध्याय, अनुप्रिया, विद्या भूषण, निधि पटेल, हर्षित शुक्ला, विदुषी पाठक, ज्योति गुप्ता ने अपनी अपनी काव्य रचनाओं का ससुर वाचन विभिन्न कवियों की तर्ज पर किया, जिसे सुनकर सभी विद्यार्थी झूम उठे। विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा बाल कवि सम्मेलन में काव्य पाठ करने वाले सभी बाल कवियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। हिंदी दिवस के द्वितीय चरण में समन्वयक रेखा ठाकुर के दिशा निर्देशन में बच्चों ने हिंदी भाषा राष्ट्र की भाषा पर गीत प्रस्तुत किया। इसी क्रम में सोहनलाल द्विवेदी जी के प्रतिरूप मेंदिशिता, मुंशी प्रेमचंद के प्रतिरूप में काव्यांजली, महादेवी वर्मा की प्रतिरूप में धैर्या जयसवाल ने अपनी अपनी काव्य प्रस्तुतियां प्रस्तुत की । कार्यक्रम के अंत में निदेशक सुयश कुमार ने सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की । उन्होंने अपने संभाषण में बताया कि हिंदी भाषा विश्व में सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषाओं में गिनी जाती है। विश्व का हर चौथा व्यक्ति हिंदी को बोल और समझ सकता है। हिन्दी ने विश्वभर में भारत को एक विशिष्ट सम्मान दिलाया है। इसकी सरलता, सहजता और संवेदनशीलता सभी को आकर्षित करती है । इसी क्रम में विद्यालय की निदेशक का सुजाता आनंद ने अपने अभिभाषणों में बच्चों की प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपकी प्रस्तुतियां सुनकर मन भाव विभोर हो गया। उन्होंने बताया कि हिंदी भाषा हमारे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा प्रभाव के क्षेत्र से हिंदी विश्व की श्रेष्ठतम भाषा है और राजभाषा हिंदी राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोती है । बाल कवि सम्मेलन कार्यक्रम को सफल बनाने में हिंदी विभाग के संजय सिंह तोमर, कंचन मिश्रा, विभा मिश्रा, त्रिशला त्रिपाठी, अनुराधा, शालिनी, मंजू, नेहा के साथ-साथ लाइक अंसारी, अमित, कंचन श्रीवास्तव, स्वाति गिरि, कीर्ति भटनागर व सुनीता तिवारी ने विशेष योगदान दिया ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ