अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एमएलकेपीजी कॉलेज के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा बनाए गए स्मार्ट क्लास में 2 सितंबर को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 की पीएसएलव - सी 57 के जरिए सुबह 11:50 पर लॉन्चिंग किया गया। श्रीहरि कोटा से ललांचिंग का सीधे प्रसारण को देखने की व्यवस्था भौतिकी विभाग के स्मार्ट-क्लास में की गई । लाइव प्रसारण देखने के लिए बीएससी तथा एमएससी भौतिकी के छात्र छात्राओ सहित समस्त शिक्षक उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ए के द्विवेदी ने आदित्य एल-1 के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान किया । उन्होंने बताया कि यह मिशन सूर्य का अध्ययन करने वाला अंतरिक्ष आधारित पहला भारतीय मिशन है । अंतरिक्ष यान को सूर्य पृथ्वी प्रणाली के बिंदु-1 (एल-1) के चारों ओर एक प्रभाव मंडल कक्षा में रखा जाएगा, जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है। उन्होंने बताया कि आदित्य एल 1 के लॉन्चिंंग का मुख्य उद्देश्य सौर मंडल मे ऊपरी वायुमंडलीय गतिशीलता का अध्ययन तथा सौर कोरोना का भौतिकी और उसका तापन तंत्र का अध्ययन करना होगा ।
अंत में भौतिकी विभाग एम०एल०के० पी०जी० कॉलेज बलरामपुर की तरफ से इसरो के सभी वैज्ञानिकों को और भारतवर्ष के सभी देशवासियों को बधाई दी गई। यह भारतवर्ष के लिए एक और गर्व का क्षण है । पहले चांद पर तिरंगा लहराया था और अब सूर्य पर तिरंगा लहराने केे लिए आगे बढ चुकेेे हैं ।
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