रमेश कुमार मिश्रा
गोंडा: नवविवाहिताओं के दहेज उत्पीड़न को लेकर मामले अक्सर देखने को मिलते है लेकिन यह प्रकरण विवाह के सात साल बाद विवाहिता को दहेज के लिए प्रताड़ित करने का सामने आया है। जिसमे दहेज लोभी पल्सर बाइक व दो लाख रुपए नगद की मांग पूरी न होते देख विवाहिता को कमरे में बंद कर मौत की नीद सुलाने की तैयारी करने लगे थे कि तब तक विवाहिता का भाई आ पहुंचा जिससे विवाहिता की जान बच गई। मामले में विवाहिता ने पति सहित पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।
गोंडा जनपद के देहात कोतवाली पुलिस को दिए गए तहरीर में खरगूपुर थाना क्षेत्र के फरेन्दा शुक्ल के मजरे रमललक पुरवा निवासी नजीर अहमद की पुत्री शकीना बानो ने आरोप लगाया है कि गोंडा देहात कोतवाली क्षेत्र के लालापुरवा झारखण्डी महादेवा निवासी महबूब आलम पुत्र करिया से उसका विवाह लगभग सात वर्ष पूर्व मुस्लिम रीति रिवाज से संपन्न हुआ था। विवाह उपरांत दो पुत्रियों ने जन्म लिया।
दहेज की मांग को लेकर विपक्षीगण आये दिन विवाहिता को प्रताड़ित करने लगे और दहेज में एक पल्सर मोटर साइकिल व 2,00,000/-रू नगद की मांग की। विवाहिता के मां-बाप ने अधिक दहेज दे पाने में असमर्थता जतायी तो विपक्षीगण विवाहिता को मारने पीटने लगे और काफी तंग तरास करने लगे।
ससुरालीजनो ने एक राय होकर 22 जून को का भद्दी-भद्दी गालियां देकर काफी मारा पीटा और जान से मारने की धमकी देते हुए कमरे में बंद कर दिया । विवाहिता को जान से मार देने की तैयारी करने लगे। तभी विवाहिता का भाई जब्बार अली व उसका साला नान्हू मौके पर पहुंचा तब किसी तरह से विवाहिता की जान बची । भाई के साथ विवाहिता जान बचाकर अपने मायके चली आयी।
पीड़िता के तहरीर पर देहात कोतवाली पुलिस ने पति महबूब आलम , ससुर करिया, सास, देवर महफूज और ननद ननका के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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