Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

रिपोर्ट न देना प्रधानाध्यापक को पड़ा भारी, निलंबित, जानिए क्या है पूरा मामला?



फराज अंसारी 

बहराइच । विभागीय अधिकारियों का आदेश का पालन न करने और प्राथमिक विद्यालय में एआईएमआईएम की सभा के आयोजन मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्त राम तिवारी ने संबंधित विद्यालय की प्रधानाध्यापिका को निलम्बित कर दिया है। इससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

जरवल शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय हसना में बीते रविवार को आल इण्डिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन की एक सभा का आयोजन किया गया था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी सन्तोष कुमार सिंह ने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका से जवाब तलब किया था। प्रधानाध्यापिका 28 और 29 जुलाई को अवकाश पर थीं। सोमवार 31 जुलाई को जब वह विद्यालय पहुंचीं, तब उन्हें इस मामले की जानकारी मिली। खण्ड शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापिका को कार्यक्रम आयोजकों की जानकारी हासिल कर उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने का निर्देश दिया था।


खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कराने की जगह प्रधानाध्यापिका ने तहरीर डाक से भेजा और फिर चिकित्सा अवकाश लेकर छुट्टी पर चली गईं। एबीएसए ने मामले की जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्त राम तिवारी को दी। खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रधानाध्यापिका ने न तो स्पष्ट आख्या दी और न ही रिपोर्ट दर्ज कराई हैं। बीएसए ने प्रधानाध्यापिका के कार्य को विद्यालय में एआईएमआईएम की सभा में संलिप्तता और अध्यापक सेवा नियमावली 1981 के विपरीत मानते हुए उन्हें निलंबित कर प्राधानाध्यापिका फरजाना को ब्लाक संसाधन केंद्र जरवल से सम्बद्ध कर दिया है। इससे अन्य शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे