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भाई ने किया सरेंडर, खुद नेपाल जाकर छिप गया गोरखपुर का ये माफिया, पुलिस का कसता जा रहा शिकंजा



उमेश तिवारी 

करीब ढाई महीने से फरार चल रहे माफिया विनोद उपाध्याय के भाई संजय ने सोमवार को गैंगस्टर एक्ट के एक मामले में गैंगस्टर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। 25 हजार के इनामी संजय के खिलाफ मई और जून में उसके भाई विनोद के साथ ही रंगदारी सहित अन्य मामले में केस दर्ज हुआ था। फिलहाल विनोद के बारे में पुलिस के पास कोई सुराग नहीं है। उस पर 50 हजार का इनाम है, बताया जाता है कि वह नेपाल में है। इधर, पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए शिकंजा कसती जा रही है।24 मई को कैंट इलाके के दाउदपुर में रहने वाले कैंसर पीड़ित पूर्व सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता प्रवीण श्रीवास्तव ने गुलरिहा थाने में माफिया विनोद उपाध्याय उसके भाई संजय, नौकर छोटू और दो अज्ञात के खिलाफ रंगदारी मांगने, तोड़फोड़ करने का केस दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने छोटू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। विनोद व उसके भाई पर 25-25 हजार का इनाम घोषित करने के बाद एसएसपी ने माफिया की फाइल को आईजी जे. रविन्दर गौड़ को भेज दी थी जिसमें एसएसपी की रिपोर्ट पर माफिया विनोद पर घोषित इनाम की राशि बढ़ाकर 50 रुपये कर दी गई थी। इस मामले में विनोद और संजय दोनों की तलाश की रही थी कि चार जून को शहर के धम्माल मोहल्ले के रहने वाले राजकुमार श्रीवास्तव ने केस दर्ज कराया। आरोप है कि वह अपनी गुलरिहा सलेमपुर उर्फ मुगलपुर की जमीन पर 10 अप्रैल को हैंडपंप लगवा रहे थे। इस बीच माफिया विनोद अपने भाई संजय समेत बाबू नंनद यादव, रमेश शर्मा दो अन्य साथ पहुंचा और धमकाने लगा। राजकुमार के मुताबिक, तभी से जब भी वह जमीन पर बाउंड्री कराते हैं, माफिया और उसके लोग उसे गिरा देते हैं। तंग आकर राजकुमार ने इसकी शिकायत एसएसपी से की। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर पुलिस ने माफिया और उसके भाई समेत 5 लोगों पर केस दर्ज किया है।


गैंगस्टर में जारी था एनबीडब्लू 

वर्ष 2010 में विनोद, संजय और प्रभाकर द्विवेदी पर शाहपुर में गैंगस्टर में केस दर्ज हुआ था। उसी में संजय और विनोद पर एनबीडब्ल्यू जारी हुआ था। संजय ने उसी केस में सरेंडर किया है।


अन्य बदमाशों की तरह संजय को भी नहीं पकड़ पाए

संजय उपाध्याय से पहले माफिया अजीत शाही और सुधीर सिंह ने कोर्ट में सरेंडर किया तो वहीं राकेश यादव जमानत तुड़वाकर जेल पहुंच गया। माफिया विनोद और उसके भाई को हर हाल में पकड़ने का पुलिस दावा करती रही। इस बीच संजय भी सरेंडर करने में कामयाब रहा। माफिया अजीत शाही ने अधिवक्ता की पोशाक में काला कोर्ट पहन पर पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर किया था। सुधीर ने गोरखपुर छोड़ महराजगंज में कोर्ट में सरेंडर कर दिया।


क्या बोली पुलिस

एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि पुलिस के दबाव में इनामी संजय उपाध्याय ने कोर्ट में सरेंडर किया है। उसके भाई माफिया विनोद की तलाश जारी है उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। माफिया के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

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