कमलेश
खमरिया खीरी:धौरहरा क्षेत्र में भाई-बहन के पवित्र रिश्तें का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व अपार उत्साह और विश्वास के साथ मनाया गया। इस पवित्र पर्व के दिन बहने अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबे जीवन की कामनाएं की वहीं भाईयों ने भी बहनों से उनकी जीवन भर रक्षा करनें का वादा किया।
धौरहरा क्षेत्र में गुरुवार को रक्षाबंधन पर्व उत्साह के साथ मनाया गया भाई बहनों के स्नेह ने भैया के माथे पर तिलक लगाकर राखी बांधी तो भाईयों नें इस पर्व पर उनकी रक्षा और सहयोग के बचन के साथ उपहार भी दिये। छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी प्यारी सी नन्हीं बहिनों से टेंटू एवं फैशन वाली राखियां अपनी नन्हीं कलाई पर बंधवाई और खूब मिठाई खाकर त्योहार का आनंद उठाया। कुछ इस प्रकार से मंगल कामना करते हुये रक्षाबंधन के त्योहार पर बहिनों ने अपने भाईयों की कलाई पर तरह-तरह की राखी बांधी भाइयों ने भी अपनी क्षमता से अधिक उपहार देकर बहनों की रक्षा करने का वचन दिया। इस पावन त्यौहार के सम्बंध में बताया यह भी जाता है कि पौराणिक काल से रक्षा बंधन त्योहार की परंपरा निरंतर चली आ रही है, देवराज इन्द्र ने रक्षा सूत्र के सहारे ही असुरो को पराजित किया था। इसी रक्षा सूत्र से भाई बहिन के पवित्र रिश्तें का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व अपार उत्साह और विश्वास के साथ मनाया जाता है,इस पवित्र पर्व के दिन बहने अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबे जीवन की कामनाएं करती है वहीं बहिनें भी अपनें भाईयों से जीवन भर रक्षा करनें का वचन मांगती है।
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