आनंद गुप्ता
महराजगंज रायबरेली विद्या भारती विद्यालय स्वदेश सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज महराजगञ्ज में आज रक्षा बन्धन मनाया गया। सभी छात्रों को छात्राओं ने रक्षा सूत्र बांधकर पवित्र त्योहार मनाया।
वन्दना सभा में रक्षा बन्धन पर्व के महात्म्य के बारे में प्रधानाचार्य वीरेन्द्र वर्मा ने बताया कि रक्षा किसकी तो केवल इस शरीर की नहीं जो नश्वर है अपितु रक्षा उन संस्कारो की जो पीढ़ी दर पीढ़ी अनुप्राणित होते हैं। हमारे संस्कारों से हमारी संस्कृति निर्मित होती है और संस्कृति राष्ट्र की चिति, राष्ट्र की आत्मा होती है। उसे अविरत रखने के लिए हमारे बन्धन एवं सीमाओं को समझना होगा। समय का बन्धन, इच्छाओं का बन्धन, परिवार में अन्य के प्रति समर्पण का बन्धन, दृष्टि का बन्धन, समाज में श्रेष्ठ आचरण का बन्धन, राष्ट्रीय चेतना के प्रवाह के प्रति अपनी जिम्मेदारी का बन्धन, भारत भव्यता में अपने त्याग एवं समर्पण का बन्धन और यह सब कर सकने के लिए क्षमताओं के संवर्धन के निमित्त आवश्यक दिशा निर्देश पालन का संकल्प हम ले सकें। ऐसा हम सभी को अपनी समस्त क्षमताओं के साथ करने का विचार करना होगा तभी इस पवित्र त्योहार को मनाने का संकल्प पूरा होगा। वास्तव में यही रक्षा बन्धन का मतलब है। क्योंकि धर्मो रक्षति रक्षितः
कार्यक्रम का सञ्चालन आदित्य आचार्य ने किया। अन्य व्यवस्थाओं में राकेश, एवं राम आनन्द ने सहयोग किया।
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