उमेश तिवारी
अंजू और नसरुल्लाह की असली कहानी अब सबके सामने आ चुकी है। दोनों अपने निकाह के दावों के पाकिस्तान में घूम रहे हैं, लोगों से तोहफे स्वीकार कर रहे हैं और मीडिया को इंटरव्यू दे रहे हैं। बातचीत में पाकिस्तानी रिपोर्टर अंजू को 'फातिमा' कह रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने अंजू का वीजा दो महीने के बढ़ाया था जिसे अब एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर पाकिस्तान सरकार चार दिन पहले भारत से आई एक लड़की पर इतनी मेहरबान क्यों हो रही है? ऐसे कई कारण हैं जो पूरी स्थिति पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि सीमा हैदर के भारत आने से हुई बेइज्जती का बदला लेने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अंजू को पाकिस्तान में रोकना चाहती है। अंजू का वीजा 20 अगस्त को खत्म होने वाला था। वह दावा कर रही थी कि कुछ ही दिनों में वह भारत लौट आएगी। लेकिन फिर अंजू का वीजा दो महीने के लिए बढ़ा दिया गया। इसके कुछ समय बाद ही नसरुल्लाह ने दावा किया कि अंजू का वीजा अब एक साल के लिए बढ़ गया है।
फटाफट बढ़ी अंजू के वीजा की अवधि
भारत के किसी भी नागरिक के लिए पाकिस्तान का वीजा हासिल करना और इतनी जल्दी उसकी अवधि बढ़वाना बहुत मुश्किल काम है। लेकिन अंजू के मामले में यह प्रक्रिया इतनी तेज हुई कि सवाल खड़े हो रहे हैं। अंजू को लेकर अब सारे बयान नसरुल्लाह की तरफ से सामने आ रहे हैं। पाकिस्तान की मीडिया से अंजू के बजाय नसरुल्लाह बात कर रहा है। भारत में अंजू के पति अरविंद का दावा है कि पाकिस्तान में अंजू को रोककर रखा गया है।
कुछ कहना चाहती है अंजू?
अरविंद ने और भी कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। उसका कहना है कि अंजू कुछ बताना चाहती है लेकिन वहां लोगों के डर से वह खुलकर बात नहीं कर पा रही है। अरविंद ने कहा कि अंजू बार-बार ऑनलाइन आकर कुछ मैसेज टाइप करती है और फिर उसे डिलीट कर देती है। अंजू के बाद अब नसरुल्लाह उसके बच्चों को पाकिस्तान बुलाना चाहता है। एक इंटरव्यू में उसने कहा कि भारत सरकार को अंजू के बच्चों को पाकिस्तान जाने की अनुमति दे देनी चाहिए। हालांकि अरविंद का कहना है कि बच्चे अब अपनी मां का चेहरा भी नहीं देखना चाहते हैं।
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