पं श्याम त्रिपाठी
गोण्डा:नवाबगंज थाना क्षेत्र के लौव्वावीरपुर गाँव में स्थित यूनिक एकेडमी स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 09 की एक छात्रा रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गई।मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद स्थानीय पुलिस ने 10 घंटे बाद मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।नवाबगंज थाना क्षेत्र के एक गाँव की रहने वाली 14 वर्षीय लड़की गाँव में स्थित यूनिक एकेडमी स्कूल में कक्षा 09 की छात्रा है। मंगलवार को वह स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने के लिए स्कूल आई थी और वहीं से वह रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गई। स्कूल की एक शिक्षिका ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि छात्रा को विद्यालय में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में माता सरस्वती की भूमिका निभानी थी, लेकिन वह ड्रेस नहीं लाई थी। वह स्कूल से मिठाई लेकर अपनी सहेली के साथ चली गई थी। अपहृत नाबालिग बालिका के पिता ने बताया कि उन्हें उसकी सहेली ने फोन किया और पूछा कि लड़की घर पंहुची की नहीं? बालिका के घर ना पंहुचने पर परेशान पिता ने बहुत तलाश करने के बाद स्थानीय थाने पर लगभग 12 :30 बजे तहरीर दी । स्थानीय पुलिस परिजनों को पूछताछ के नाम पर घुमाती रही। अपहृत लड़की के पिता अयोध्या जनपद के नया घाट चौकी पर अपनी बिटिया की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहा था और स्थानीय पुलिस मस्त थी। रात्रि में 11:15 मिनट पर मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद आनन-फानन में अपहरण की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया गया ।
बोले जिम्मेदार
प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने बताया कि पीडित पिता की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर बालिका की तलाश की जा रही है।
अपह्रत बालिका के पिता का आरोप
पीड़ित पिता ने बताया कि उसकी दो बेटियां हैं, बड़ी बेटी यूनिक एकेडमी स्कूल में पढ़ रही है, जबकि छोटी कोल्हमपुर इमाम में ही पढाई कर रही है। उन्होंने बताया कि बड़ी बेटी के आने-जाने के लिए स्कूल के तरफ से वाहन किया गया है, लेकिन लड़की की सहेली ने अपने मोबाइल फोन से किसी अज्ञात व्यक्ति से छात्रा की बात कराने के बाद उसे टैम्पो पर बैठा दिया था। बाद में अंशिका ने ही फोन पर छात्रा के पंहुचने के बारे में पूछा।पीड़ित पिता ने बताया कि यूनिक स्कूल के प्रबंधक राजीव त्रिपाठी ने एक बार भी फोन करके बिटिया की कुशलता की जानकारी नहीं ली। मेरी बेटी कहां है? किस हालत में है? ये तो भगवान ही जाने!
इस संबध में स्कूल के प्रबंधक राजीव त्रिपाठी से कई बार बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। शायद उन्हें अपहृत बालिका की जगह अपने स्कूल की मार्केट वैल्यू बचाने की चिंता ज्यादा है!
वही अपहृत छात्रा के सहेली के पिता ने बताया कि उनकी बेटी मोबाइल नहीं चलाती, इस मामले के संबंध वह कोई बात नहीं करना चाहते।
अब सवाल ये है कि अगर बालिका का दिन-दहाड़े अपहरण हो गया है तो जिम्मेदारी किसकी बनती है। यूनिक एकेडमी स्कूल के संवेदनहीन और व्यवसायिक मानसिकता से परिपूर्ण प्रबंधक जो अब इस मामले में अपने यहां अध्ययनरत अपहृत बालिका के पिता की करूण पुकार नहीं सुन रहा है। सहेली और उसके पिता की जिन पर घटना का सूत्रधार होने का शक जा रहा है या फिर स्थानीय पुलिस जिसने ऐसी दुस्साहसिक वारदात के 11 घंटे बाद एफआईआर दर्ज की। फिलहाल छात्रा का कोई सुराग नहीं मिला है। उसका पिता थाने के चक्कर लगा रहा है और पुलिस सीडीआर निकलवा रही है।
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