गोंडा: कहते हैं कि अपराधी अपराध करने के बाद कोई ना कोई सुराग जरूर छोड़ देता है । ऐसे ही एक मामले में मनकापुर पुलिस ने आरोपी के छोटी सी गलती पर शक जाहिर किया और शक के आधार पर करिया जोड़ना शुरू किया और विशेषज्ञों की मदद से पुलिस आरोपी के गिरेबान तक पहुंच गई।मामला मनकापुर थाना क्षेत्र के बनकसिया शिवरतन के मजरा सरजू शुक्ल पुरवा से जुड़ा है।
बता दें कि बीते बुधवार को बनकसिया शिवरतन सिंह मजरा सरयू शुक्लपुरवा निवासी कृष्ण गोपाल शुक्ल पुत्र विश्वनाथ शुक्ल ने मनकापुर पुलिस में शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया था कि अज्ञात बदमाशो ने घर में धमकी भरा पत्र भेजकर बीस लाख के नगदी की मांग की है। बदमाश ने नकदी मांगते हुए उनके घर के परिजनों को हिदायत दिया था कि पुलिस को सूचित किया तो इंजीनियर बेटे का शव घर पर भेजे देगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए मनकापुर पुलिस ने बुधवार शाम अज्ञात आरोपी के विरुद्ध रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कर लिया था।
क्या लिखा था खत में
धमकी भरे पत्र में लिखा था कि दिनांक 5 अगस्त को समय दिन के 1ः30 बजे नई देवी मंदिर के पास 20 लाख रूपये भिजवा दो। धमकी भरे पत्र में यह भी कहा कि यदि पुलिस को सूचित किया और यदि किसी अन्य से मदद लेने की कोशिश किया तो तुम्हारे इंजीनियर बेटे को मुर्दा करके उसकी लाश तुम्हारे घर भिजवा दूंगा। यही नही पत्र में वर्णन था कि जो चोरी,हत्या जैसे जघन्य अपराध करवाये हैं उसका भी भांडा फोड देगे। और तुम दोनो भी मारे जाओगे।
कैसे पकड़ में आया आरोपी
आरोपी ने लिखे गए खत में पीड़ित के बाबा का वास्तविक नाम लिखा था जबकि आम बोलचाल की भाषा में पीड़ित के बाबा को अन्य नाम से जानते थे। सबसे पहले पुलिस को यही से शक हुआ कि यह शख्स कहीं ना कहीं पीड़ित को बहुत करीब से जानने वाला है। यहां यह बताना भी नितांत आवश्यक है कि बीते दिनों पीड़ित के घर लाखों की चोरी हुई थी जिसके बाद पीड़ित ने अपने घर पर सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया था । लेकिन आरोपी ने कैमरे को मात देने के लिए अपने ऊपर गमछा डालकर चिट्ठी डालने आया था। ऐसे में पुलिस ने जब कैमरा खंगालना शुरू किया तो पुलिस के हाथ एक काला धागा सुराग लगा, जो आरोपी के हाथ में बंधा हुआ था। जिसके आधार पर आरोपी सहित अन्य का पुलिस ने लेख नमूना लिया। लिखावट के नमूने से विशेषज्ञों ने जो रिपोर्ट जारी की उससे दूध का दूध पानी का पानी हो गया।
मुखबिर खास की सूचना पर आरोपी गिरफ्तार
मुखबिर खास की सूचना मिलते ही दतौली चौकी प्रभारी राकेश कुमार ओझा अपने हमराही सत्यम शिवम सिंह और हरिवंश को साथ लेकर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए रवाना हो गए मरौचा नहर पुलिया के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को मात देने के लिए आरोपी ने गढ़ी थी कहानी
जिस दिन पत्र को पीड़ित के घर में डाला गया उस दिन आरोपी एक गवाह तैयार करने के उद्देश्य गांव के एक युवक के साथ तड़के ही श्री अयोध्या धाम रवाना हो गया। वहां से लौट कर आने के बाद चिट्ठी डालकर अयोध्या से आने का ड्रामा किया। इस दौरान पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरा में भी आरोपी के आने-जाने के टाइमिंग की पोल खोली।
आरोपी ने क्यों उठाया ऐसा कदम
गांव निवासी पट्टीदार रवि शुक्ला पुत्र स्वर्गीय राम शंकर शुक्ला ने पुलिस के पूछताछ पर बताया कि पूर्व में कृष्ण गोपाल शुक्ला के घर पर हुई चोरी में उसके ऊपर संदेश किए जाने तथा पुश्तैनी जमीन पर बैनामा करके कृष्ण गोपाल द्वारा कब्जा किए जाने के कारण उनसे परेशान होकर उनको परेशान करने की नियत से यह पत्र दिया था।
बोले क्षेत्राधिकारी
पुलिस क्षेत्राधिकारी सौरभ कुमार वर्मा ने बताया कि वैज्ञानिक साक्ष्य एवं वादी के घर से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हस्तलेख विशेषज्ञों के विश्लेषण से आरोपी की पहचान हो गई, जिसे गिरफ्तार कर जेल रवाना किया जा रहा है ।
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