अभय शुक्ला
प्रतापगढ़! अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय सह संगठन सचिव संजय जी भाई साहब ने संघ कार्यालय पर हुई बैठक में भारत वर्ष के गौरवशाली इतिहास के पुनरावलोकन पर बल दिया!संघ कार्यालय -गोपाल मंदिर परिसर, में हुई बैठक में सभी पदाधिकारी गणों एवं सदस्यों ने भागीदारी की। प्रांतीय उपाध्यक्ष, प्रो0 पीयूष कान्त शर्मा ने कहा कि ब्रिटिश भारत में इतिहास लेखन का जो कार्य स्लीमन आदि अंग्रेजों के द्वारा 1856-57 में प्रारम्भ हुआ! बाद में वैज्ञानिक, वस्तुपरक शोध के नाम पर जिसे भारतीय-इतिहासकारों ने भी अपनाया! वह अनेक स्थलों पर पूर्वाग्रह से प्रेरित, तथ्यों के अज्ञान अथवा जान-बूझकर की गई उपेक्षा पर आधारित है जिसके कारण भारतीय-इतिहास में अनेक विसंगतियाँ एवं भ्रम उत्पन्न हो गए हैं। इन विचारों की पृष्ठभूमि में अखिल भारतीय इतिहास-संकलन योजना का उद्देश्य हैभारतीय-कालगणना के आधार पर सृष्टि-रचना के प्रारम्भ से लेकर वर्तमान समय तक के इतिहास का पुनर्संकलन। यह पुनर्संकलन सत्य, सही, निष्पक्ष तथ्यों पर आधारित, किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह से रहित, आधुनिकवैज्ञानिक-अनुसंधानों और नवीनतम पुरातात्त्विक खोजों के आधार पर होगा।
संचालन रवि प्रताप सिंह पी०बी०इ०का० ने किया! इस मौके पर डा०विनोद त्रिपाठी, राजेश कुमार मिश्र और ज्योति सिंह आदि ने विचार ब्यक्त किया।
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