बीपी त्रिपाठी
गोण्डा 13 अगस्त। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुजेहना मात्र एक एनबीएसयू स्वास्थ्य कर्मचारी दामिनी के सहारे संचालित हो रहा है। रविवार को सुबह 10 बजे जब मीडियाकर्मी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुजेहना पहुंचे। तो वहां कोई भी डाक्टर मौजूद नहीं था। भर्ती मरीजों से बात करने पर पता चला कि उन्हें न तो भोजन मिलता है और न ही उनको अस्पताल से बेडशीट मिली थी। मौके पर एक एनबीएसयू दामिनी मिली जिन्हें पेशेंट के परिजन डाक्टर समझ रहे थे। ज्ञात हुआ कि एनम दीपा पाण्डेय भी है। अभी अभी नहाने गई हैं। जब चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुमन के आवास गये तो आवास के बाहर फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने झल्लाकर दरवाजा बंद कर लिया। उसी समय सीएचसी अधीक्षक डाक्टर सुमन के मोबाइल नंबर पर फोन लगाय घंटी बजती रही पर फोन नहीं उठा। तबसे शाम तक अलग अलग समय 3-4 बार फोन किया गया परन्तु फोन नहीं उठा। प्रकरण पर जहां सीएमओ डा रश्मि वर्मा ने फोन नहीं उठाया वहीं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आदित्य वर्मा ने कहा कि डाक्टर सुमन इमरजेंसी ड्यूटी के लिए आवास पर रहीं होंगी। फोन किसी कारण नहीं उठा होगा। आप फिर से फोन लगाइये उठ जायेगा। जबकि चादर न बदलने भोजन उपलब्ध न कराने के सवाल का जवाब दिए बिना ही फोन काट दिए। जब मीडियाकर्मी का सुबह से शाम तक फोन नहीं उठा तो स्वास्थ्य स्टाफ का फोन समय से उठेगा या डाक्टर से सम्पर्क करते करते मरीज की हालत गंभीर हो जायेगी और डाक्टर केवल रिफर के लिए स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचेगी। ये प्रश्न अनुत्तरित है।
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