अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के एमएलकेपीजी कॉलेज के शिक्षकों के विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को सुआक्टा अध्यक्ष डॉ विमल वर्मा के नेतृत्व में एम एल के महाविद्यालय सहित अन्य महाविद्यालय के शिक्षक सिद्धार्थ विश्वविद्यालय पहुचकर विरोध जताया और कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा ।
22 अगस्त को उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ फुपुक्टा के आह्वान पर सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ सुआक्टा द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में आयोजित किया गया । धरना प्रदर्शन में फुपुक्टा के आह्वान पर 25 सूत्री मांगों पर विस्तृत रूप से चर्चा किया गया है । धरने में सर्वाधिक जोर पुरानी पेंशन को लेकर रही, जिसका पुरजोर समर्थन किया गया । साथ ही एनपीएस को कमजोर बताया और इसे लागू करने वालों को वहीं पर लागू करने और पुरानी पेंशन लौटाने की बात कही गई । बायोमेट्रिक प्रणाली लागू करने के निर्णय पर मांग किया गया कि इससे केवल अनुदानित महाविद्यालयों पर न लागू किया जाए, बल्कि समस्त वित्त पोषित महाविद्यालयों के शिक्षक व छात्रों के लिए भी बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की जाए । यह भी मांग किया गया कि स्थानांतरण के मुद्दे को ऑनलाइन के माध्यम से होना चाहिए जिसमें स्थानांतरण अनुमति पत्र हेतु प्रबंधकों की मनमानी समाप्त किया जाए । प्रायोगिक परीक्षा हेतु यूजीसी नियमावली का पालन किया जाए । शिक्षकों को सूद एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के लिए समय में बांधकर नवाचारों के लिए अवसर प्रदान किया जाये । सुआक्टा महामंत्री त्रिलोकीनाथ सहित समस्त महाविद्यालयों के शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ विमल प्रकाश वर्मा ने कहा कि शिक्षक ही संगठन की ताकत है । हम सभी मिलकर पुरानी पेंशन अवश्य लेंगे और विश्वविद्यालय की समस्त समस्याओं का समाधान अवश्य कराएंगे । धरने के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव अमरेंद्र कुमार सिंह को सभी मांगपत्र सौंपते हुए इसे शासन प्रशासन तक पहुंचाने की अपील की गई । साथ ही विश्वविद्यालय की समस्याओं का समय बद्ध निराकरण करने के लिए कहा गया । धरने में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से संबंध महाविद्यालय के 150 से अधिक शिक्षक उपस्थित रहे ।
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