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BALRAMPUR...जनजाति थारू कला के प्रतीक डलिया पर डाक टिकट का विमोचन



अखिलेश्वर तिवारी/वेद मिश्र
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के एमएलकेपीजी कॉलेज सभागार में डाक विभाग द्वारा थारू जनजातियों के सांस्कृतिक पहचान को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से फर्मो की विशेष उत्पाद डलिया का डाक टिकट आवरण एवं विरूपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला अधिकारी अरविंद सिंह तथा कार्यक्रम के अध्यक्ष निदेशक डाक सेवाएं आर. वी चौधरी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया । डाक विभाग के कर्मचारियों द्वारा आए हुए अतिथियों का बैच लगाकर स्वागत किया गया । ग्रामीण डाक सेवक संघ के मंडल अध्यक्ष रामानंद तिवारी के अगुवाई में संघ की ओर से निदेशक को अंग वस्त्र तथा पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत अभिनंदन किया गया ।





8 अगस्त को डाक विभाग द्वारा विशेष पहल करते हुए थारू जनजाति के विशेष उत्पाद डलिया पर डाक टिकट विमोचन के लिए एमएलके पीजी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी अरविंद सिंह व निदेशक डाक सेवाएं आर वी चौधरी द्वारा डाक टिकट के आवरण एवं विरूपण का विमोचन किया गया। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव अर्थात 75 वीं वर्षगांठ पर जनजाति क्षेत्र के संस्कृति से जुड़े महत्त्व एवं विषय वस्तु जिससे कि आम जनमानस से कम परिचित हैं, उसके लिए डाक विभाग द्वारा यह पहल सराहनीय है । डाक टिकट के विमोचन से थारू जनजाति के सांस्कृतिक विरासत डलिया के बारे में आम जनमानस भलीभांति परिचित होंगे। थारू जनजाति में डलिया के महत्व बारे में बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि थारू जनजाति की शादियों में डलिया का आदान-प्रदान होता है जो कि इस स्नेह का प्रतीक। उन्होंने कहा कि थारू जनजाति की सांस्कृतिक विरासत हम सभी के लिए अनुकरणीय है। उनसे हमें बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है।



कार्यक्रम के अध्यक्ष निदेशक डाक सेवाएं आर. वी चौधरी ने कहा कि थारू जनजातीय का इतिहास देश प्रेम आपसी भाईचारा तथा समर्पण की भावना से ओत प्रोत है । उन्होंने कहा कि जनजातीय लोग अक्सर बनो के आसपास निवास करते हैं और यह लोग वनों की रक्षा, जीव जंतुओं की रक्षा के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा में काफी सहायक हैं । जनजातीय परिवार अपने संस्कृति तथा सभ्यता को अभी तक निभा रहे हैं, जबकि शहरी परिवेश में रहने वाले लोग भारतीय संस्कृति भी भूल रहे हैं । ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा ऐसे विलुप्त हो रहे सांस्कृतिक धरोहरों को सजोने संवारने के उद्देश्य से डाक टिकटों की श्रृंखला शुरू की गई है । उसी श्रृंखला में थारू जनजाति की कला का परिचय डलिया को भी शामिल किया गया है ।



कार्यक्रम आयोजक डाक अधीक्षक गोंडा किरण सिंह ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि बलरामपुर का सौभाग्य है की डाक टिकट विमोचन जैसे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है । इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा सुकन्या समृद्धि खाता, महिला सम्मान बचत पत्र का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक व समाजसेवी रवि कृष्ण मिश्रा द्वारा किया गया ।



इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील कुमार, डीआईओएस गोविंद राम, प्राचार्य एमएलके पीजी कॉलेज जे पी पांडे, जिला अध्यक्ष भाजपा प्रदीप सिंह रामकृपाल शुक्ला, अपर उपजिलाधिकारी संतोष कुमार ओझा प्रिंसिपल एमपीपी इंटर कॉलेज राकेश प्रताप सिंह, पूर्व पोस्ट मास्टर स्वदेशी विचार मंच के संयोजक बंशीधर मिश्रा,झूम सिंह रेशम सिंह आदित्य्य सिंह सविता सिंह सरिता शुक्ला राधा मिश्रा मधुु गुप्ता ज्योत्सना श्रीवास्तव शुक्ला अंजनी मिश्रा सुनीता मिश्रा स्वदेशी विचार मंच के डॉ राकेश चंद्र श्रीवास्तव रघुनाथ प्रताप शुक्ला अशोक तिवारी, पूर्व विभाग अध्यक्ष डॉ एके सिंह, विभाग संगठन मंत्री सचिन, परियोजना अधिकारी थारू जनजाति राजपाल सिंह, डाक अधीक्षक बहराइच एस के शुक्ला, एएसपी बहराइच अनिरुद्ध पांडे, एएसपी गोंडा श्रवण कुमार, एएसपी बलरामपुर रवि श्रीवास्तव, एसडीआई उतरौला बीएन दुबे, एसडीआई नवाबगंज हिमांशु मिश्रा, एसडीआई करनैलगंज शत्रुघ्न वर्मा, एसडीआई नानपारा भीम प्रसाद, एसडीआई भिनगा पीसी त्रिपाठी, अभिषेक मिश्रा, नितिन विश्वास, करुणेश शुक्ला, शालिनी मिश्रा, रेनू चौधरी, कमलेश वर्मा, निकिता तिवारी, अमित वर्मा, रोहित शुक्ला, बलराम शुक्ला, वासुदेव, डी पी यादव व सीताराम गुप्ता सहित डाक विभाग के तमाम अधिकाारी कर्मचारी मौजूद रहे ।

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