अखिलेश्वर तिवारी
चंद्र मिशन चंद्रयान 3
"मिल ही जाएगी राखी,
मेरे चांद मामा को आज
भेजी है जो मां ने प्रेम से,
विक्रम के साथ ।
देखो विक्रम !
उतरना हल्के पांव, मामा के आंगन।
और फिर सौंप देना यह रक्षा सूत्र मामा के हाथ ।
पांव छू कर फिर मामा के
जोर से कहना
"मामा मैं आ गया ।"
मामा फिर लगा कर गले तुझको
सच में यही कहेगा,
"पूरी दुनिया से मिला हूं मैं
पर तुझ से मिल कर
मजा आ गया।"
–अम्बुज भार्गव
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