पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोण्डा) माझा क्षेत्र के दत्त नगर, साखीपुर, तुलसीपुर, दुर्गागंज, गोकुला, बाणी माझा आदि गाँव को जहां सरयू नदी की बलखाती लहरों ने अपने आगोश में ले रखा है। बाढ़ के विकराल रूप धारण करने से लोगों का जन-जीवन दुष्कर हो चला है। बाढ़ग्रस्त गाँवो से लोग पलायन कर उंचे स्थानों पर अपना अस्थायी आशियाना तैयार करने लगें हैं। ऐसे में तेज तर्रार जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बाढ़ पीड़ितों की राहत एवं बचाव के लिए जिले के संबधित विभागों को एलर्ट मोड पर रखा है।लोगों आवागमन के लिए नावों की व्यवस्था और भोजन के राहत किट, दवायें आदि जरूरत के अनुसार वितरित किए जा रहे हैं।
क्षेत्र के दत्त नगर गाँव के 550 बाढ़ पीड़ितों को भी बीते शुक्रवार को उपजिलाधिकारी तरबगंज भारत भार्गव की मौजूदगी में राहत किट का वितरण किया गया था, जिस पर अब गाँव के अन्य बाढ़ पीड़ितों ने सवाल खड़े किए हैं। गांव की बुजुर्ग विधवा महिला मीरा ने बताया कि उसके घर में खाने के लिए एक दाना भी शेष नहीं है, घर में पानी भरा हुआ है लेकिन राहत सामग्री के वितरण की सूचना उसे किसी ने दी है। गांव के ही पवन का कहना है कि उसकी फसल बाढ़ में बह गई घर में भी पानी भरा है लेकिन जाति विशेष के लोगों को ही राहत सामग्री दी गई है। विधवा महिला अनारा का आरोप है कि सिर्फ जाति विशेष के लोगों को राहत सामग्री दी गई है जबकि उसके घर में भी पानी भरा हुआ है अनाज, जूता, चप्पल कुछ नहीं बचा है लेकिन ग्राम प्रधान पुल्लन देवी के द्वारा हम लोगों को सूचित नहीं किया गया। 80 वर्षीय महिला मुरैला ने बताया कि प्रधान प्रतिनिधि राजाराम यादव ने अपने चहेतों को राहत सामग्री दिलाई है जिसमें उनके 04 सगे भाई भी शामिल हैं।जबकि प्रधान प्रतिनिधि के दो सगे भाई रामकुमार और हरिकेश सफाईकर्मी हैं। 90 वर्षीय बुजुर्ग शंकर गुप्ता ने कहा कि स्थानीय लेखपाल ओमप्रकाश वर्मा आज तक हमारे मजरे में झांकने तक नहीं आये। वितरण प्रणाली की निष्पक्षता और लेखपाल एंव प्रधान प्रतिनिधि की सांठगांठ से आक्रोशित गाँव के लालता, रूपा, लक्ष्मी, रमकला, शिल्पा, शीला, निरंजन, सुमन, मुन्नी, मंगरू, खुशीराम, शिव शंकर, सिरताज, लाल मोहम्मद, तौफीक सहित दर्जनों लोगों ने रविवार को प्रदर्शन किया है।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी तरबगंज भारत भार्गव ने कहा कि यदि किसी के द्वारा अनुचित तरीके से लाभ लिया गया है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। जो पीड़ित छूट गये हैं उन्हें राहत सामग्री जल्द से जल्द दी जायेगी। मामले में जांच के लिए स्थानीय लेखपाल को निर्देशित किया गया।
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