ए आर उस्मानी
गोण्डा। मोटरसाइकिल के पास खड़े एक युवक पर लापरवाही पूर्वक बाइक चढ़ा दी गई जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसकी आंख बाल-बाल बच गई। इसके साथ ही पैर व सर के पीछे ब्रेन के पास गंभीर चोट लगी है। पीड़ित जब कहोबा चौकी पर तहरीर लेकर पहुंचा और चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र गौतम से प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर मेडिकल कराने की बात कही तो दरोगा ने तहरीर लेते हुए कहा कि पहले तुम जाकर अपना इलाज कराओ बाद में सुलह समझौता करा दिया जाएगा।
घटना मोतीगंज थाना की कहोबा चौकी अंतर्गत काजीदेवर ग्राम पंचायत में स्थित बाबा जुगेश्वरनाथ मंदिर की है। कहोबा पुलिस को दी गई तहरीर में क्षेत्र के कुंदरखी खटिकन पुरवा गांव निवासी सुनील कुमार सोनकर ने कहा है कि शनिवार की सुबह करीब सात बजे दर्जीकुआं-मनकापुर मार्ग पर स्थित जुगेश्वरनाथ मंदिर के पास सड़क किनारे वह मोटरसाइकिल के पास खड़ा था, तभी अचानक तेज़ी व लापरवाही से सैदवापुर (काजीदेवर) गांव निवासी विपक्षी चेतराम यादव उर्फ चित्तू ने उसके ऊपर मोटरसाइकिल चढ़ा दिया तथा उसकी पत्नी की बाइक में भी लड़ा दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी पत्नी की बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। आरोप है कि विपक्षी को मौके पर मौजूद लोगों ने रोकने का प्रयास किया तो विपक्षी जाति सूचक भद्दी भद्दी गालियां देते हुए अपनी मोटरसाइकिल लेकर भाग गया। सूचना मिलने पर पहुंचे परिजन युवक को लेकर कहोबा चौकी पर गये और तहरीर देते हुए प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर मेडिकल कराने की बात कही। पीड़ित का आरोप है कि इस पर चौकी प्रभारी धर्मेंद्र गौतम ने विधिक कार्रवाई करने के बजाय सलाह देते हुए कहा कि पहले जाकर इलाज कराओ, बाद में सुलह-समझौता करा दिया जाएगा। परिजनों का कहना है कि सुनील कुमार के सिर के पीछे गंभीर चोट लगी है। इसके अलावा आंख के पास तथा पैर में भी चोटें लगी हैं। गंभीर स्थिति देखते हुए डॉक्टर ने सीटी स्कैन कराने की सलाह दी है लेकिन कहोबा चौकी इंचार्ज घटना की गंभीरता को बहुत हल्के में ले रहे हैं। सवाल यह उठता है कि आखिर किस दबाव में चौकी इंचार्ज ने घायल युवक का मेडिकल कराने के बजाय इलाज कराने की मुफ्त सलाह दी?
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