पूर्व सांसद व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने आदिवासी गांव में संबोधित की जनसभा
बोले प्रदेश अध्यक्ष भाजपा सरकार जो राशन दे रही है वह फूड सुरक्षा बिल की देन है जिसे कांग्रेस लेकर आई थी।
चंदन चौकी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने आदिवासी जनजाति को संबोधित किया।
आनंद गुप्ता
पलियाकलां-खीरी।पूर्व सांसद व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि आज सरकार जो राशन दे रही है वह फूड सुरक्षा बिल की देन है जिसे कांग्रेस सरकार लेकर आई थी। भाजपा सरकार कुछ नहीं देती है बल्कि वह तो लोगों से वसूलती है। इस समय जो बेरोजगारी व मंहगाई है वह भाजपा की ही देन है। वह चंदनचौकी तिराहे पर अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज जो देश के हालात है उसे देखकर नही लग रहा कि अब जो अनाज मिल रहा है वह आगे भी मिलेगा और ये जो राशन के बारे मे भ्रम फैलाया जा रहा है कि केंद्र सरकार फ्री राशन दे रहे हैं यह गलत है। फूड सुरक्षा बिल 2013 में कांग्रेस द्वारा पास किया गया था जिसकी वजह से दो रुपये किलो अनाज गरीबों को मिल रहा है। कुछ भी फ्री इसलिए नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि फ्री आदत गुलामी का प्रतीक होता है। प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने कहा कि आज रोटी, रोजी व शिक्षा तथा रोजगार का संकट है। सारे संस्थान प्राइवेट हाथो में दिए जा रहे हैं। बाबा साहेब ने जब भी कलम उठाई दलितों के आरक्षण की बात कही। कांग्रेस के प्रदेश सचिव रिसाल अहमद ने कहा कि आज संविधान से छेड़छाड़ की जा रही है। देश भर के गरीबों का पैसा लेकर जो भाग गए हैं उसे वापस लाने की बात अब कोई नहीं कर रहा है।
कांग्रेस पार्टी को मौका दीजिए आदिवासियों की जो भी समस्याएं है उसे हल कर दिया जाएगा। बलराम गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस के पक्ष में खड़े रहे तो समस्याएं अपने आप हल होती रहेंगी। राहुल गांधी का उदारण देते हुए कहा सत्य की जीत हुई और राहुल गांधी की सदस्या वापस हुई है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रह्लाद पटेल ने देश में मणिपुर में हो रही हिंसा पर चिंता जताते हुए कहा आज कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। कार्यक्रम के बीच बीच में नेपाली कलाकारों द्वारा आदिवासी दिवस पर मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस अवसर वरिष्ठ कांग्रेस नेता बलराम गुप्ता, सलमान खान, रिसाल अहमद, पलिया नगर अध्यक्ष अजय दरोगा, सौरभ चौबे, रामचन्द्र, डा. राजेश जयसवाल, कमर खान, वसीम खान, बबलू आदि उपस्थित थे। इसके बाद आदिवासी दिवस पर स्वास्थ्य जागरुकता शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर में सैकड़ों आदिवासी महिलाओं व पुरुषों तथा बच्चों का परीक्षण करके दवाएं वितरित की गई।
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