मृतक की बेवा और भाई ने खमरिया थाने के दीवान पर लगाए गम्भीर आरोप
कमलेश
लखीमपुर खीरी:एक वर्ष पहले लड़की भगाने के जिस मामले को पूर्व में पुलिस घुमाती रही। उसका पटाक्षेप अब हत्या जैसी वारदात के साथ हुआ। समय रहते पुलिस ने अगर कागजी लीपापोती के बजाए जरूरी कार्रवाई कर दी होती तो युवक को पीट पीटकर मौत के घाट उतारने जैसी घटना रोकी जा सकती थी। मृतक लवकुश की बेवा जूली ने एक वीडियो जारी करके खमरिया थाने के दीवान अरुण कुमार गिरी पर 20,000 रुपए की रिश्वत मांगने के अलावा अन्य गम्भीर आरोप लगाए हैं। मृतक के भाई ने भी दीवान अरुण गिरी पर अपने माता पिता को अपमानित करने के आरोप लगाते हुए एक वीडियो जारी किया है।
बुधवार को खमरिया में लवकुश वर्मा की हत्या के पीछे एक वर्ष पूर्व लड़की भगाने का प्रकरण सामने आया है। जिसके बाद उपजे विवाद में तत्कालीन खमरिया पुलिस के दीवान की भूमिका शुरुआत से ही खराब रही। जिसमे कई दिनों तक पुलिस मामले को दर्ज करने से कतराती रही। आईजीआरएस के जरिए की गई शिकायत को भी पुलिस ने लीपापोती करके खत्म कर दिया।
लवकुश कांड की घटना से जुड़े दोनों पक्षों का मानना है कि पूर्व में ही पुलिस ने अगर समय रहते प्रभावी कार्रवाई की होती तो यह हालात सामने न आते।
वही बुद्धवार को लवकुश की हत्या के बाद उसकी बेवा जूली वर्मा ने खमरिया थाने के दीवान अरुण कुमार गिरी पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। एक वीडियो बयान ने जूली ने आरोप लगाया है कि दीवान अरुण कुमार गिरी ने कार्रवाई के बदले उससे 20,000 रुपयों की मांग की। यही नहीं जूली का आरोप है कि उसके पति की हत्या की आरोपी महिला से दीवान अरुण गिरी की जान पहचान भी हैं। इसके बाद मृतक के भाई ने भी अपने बयानों का एक वीडियो जारी किया है। जिसमें आरोप है कि दीवान अरुण ने उसके वृद्ध माता पिता को न सिर्फ बेइज्जत किया,बल्कि थाने से भगा भी दिया। यह दोनों वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
पिटाई के वीडियो फुटेज बन गए महत्वपूर्ण साक्ष्य
खमरिया कस्बे में बुधवार को लवकुश की पिटाई हुई। वहां एक घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। पुलिस ने फुटेज खंगाले तो मारपीट की घटना के भी फुटेज मिल गए। अस्पताल गेट के पास सड़क पर लवकुश पड़ा है। जिसपर दो युवक और एक महिला हमलावर हैं। दोनों युवक डंडों से लवकुश पर हमला कर रहे हैं। बीच बीच में एक हमलावर लवकुश के सीने पर घुटनों से हमला करता दिख रहा है। जबकि साथ में मौजूद महिला हमलावर युवकों को डंडे दे रही है। खमरिया थानाध्यक्ष अजय राय ने कहा कि वीडियो फुटेज महत्वपूर्ण साक्ष्य हैं। जिन्हें पुलिस अपनी कार्रवाई में शामिल कर रही है। उन्होंने बताया कि हमलावर युवकों और महिला की पहचान कर ली गई है। तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश की जा रही है।
तीनों हत्या आरोपी गिरफ्तार
लवकुश की हत्या के बाद आरोपी फरार थे। जिनकी गिरफ्तारी के लिए 3 टीमें लगाई गई थीं। एक टीम सीतापुर जिले के रहने वाले आरोपी की तलाश में शारदा नदी के किनारे तलाश में लगी तो वहीं 2 टीमें 2 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए खेतों की खाक छान रही रहीं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या के आरोपी लगातार लोकेशन बदलते रहे। पता चला है कि आरोपी नदी किनारे खेतों में छिपे हैं,जो लगातार जगह बदल रहे हैं। वर्तमान थाना प्रभारी अजय राय ने बताया कि मामले के तीनों आरोपियों रामजी वर्मा,साधना वर्मा और लवकुश पाण्डेय को गिरफ्तार कर लिया गया।
वीडियो वायरल के बाद दीवान हुआ निलंबित
मृतक लवकुश वर्मा की पत्नी व भाइयों के सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में बताया कि मामले में थाने में तैनात दीवान अरुण कुमार गिरी की भूमिका संदिग्ध है। जो रिश्वत के रूप में बीस हजार रुपयों की मांग करने के साथ साथ घर के बुजुर्गों को भी परेशान करता था। साथ ही बताया कि आरोपी साधना वर्मा से उसी पहले से ही जान पहचान थी। जिसको जिले के मुखिया ने तत्काल संज्ञान लेते हुए थाने में तैनात हेड कांस्टेबल अरुण कुमार गिरी को निलंबित कर दिया। जिसकी जानकारी पाकर पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त किया है।
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