गोंडा:आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर गोंडा में आज दिनांक 16 जुलाई 2023 दिन रविवार को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान परिषद नई दिल्ली का 95 वां स्थापना दिवस आज धूमधाम से मनाया गया । इस अवसर पर एक किसान गोष्ठी आयोजित कर कृषकों को खेती की तकनीकी जानकारी दी गई । स्थापना दिवस स्थापना दिवस में मुख्य अतिथि बीके उपमा बहन ने कृषक गोष्ठी का शुभारंभ किया । उन्होंने कृषकों से वैज्ञानिक खेती करने का आह्वान किया । डॉ. पीके मिश्रा प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर ने कृषकों की दुगनी आय हेतु फलदार वृक्षों के रोपण को जरूरी बताया । उन्होंने बताया कि फलदार वृक्षों से पर्यावरण सुरक्षित रहता है । फलों से विटामिन, खनिज लवण आदि मिल जाते हैं ।
डॉ.रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने धान की रोपाई में अंतरण दूरी, खाद एवं उर्वरक प्रबंध, खरपतवार प्रबंधन, दलहनी तिलहनी फसलों में गंधक के प्रयोग एवं महत्त्व, प्राकृतिक एवं जैविक खेती की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि धान की रोपाई में प्रति वर्ग मीटर 45 से 50 पूजा होना चाहिए । प्रत्येक स्थान पर दो स्वस्थ पौधों का रोपण करना चाहिए । धान रोपाई के 10 से 12 दिन बाद मृत पौधों के स्थान पर नए पौधों की रोपाई करें । धान की फसल में यूरिया की टाप ड्रेसिंग के स्थान पर नैनो यूरिया का पर्णीय छिड़काव ज्यादा लाभकारी है । उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया की 4 मिलीलीटर मात्रा को प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर खड़ी फसल में छिड़काव करना चाहिए । डॉ मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने फलदार वृक्ष के पुराने बागों के जीर्णोद्धार पर बल दिया । उन्होंने बताया कि पुराने बागों के जीर्णोद्धार से अच्छी फलत प्राप्त होती है । इस अवसर पर उपस्थित कृषकों को आंवला अमरूद नींबू करौंदा आदि फलदार वृक्षों का निशुल्क वितरण किया गया । मुख्य अतिथि बीके उपमा बहन ने पर्यावरण की सुरक्षा हेतु वृक्षारोपण को जरूरी बताया तथा कृषि विज्ञान केंद्र के प्रांगण में आंवला के पौधे का रोपण कर वृक्षारोपण का संदेश दिया । उन्होंने उत्तम स्वास्थ्य के लिए खान-पान, नियमित व्यायाम एवं प्राणायाम को जरूरी बताया । इस अवसर पर प्रगतिशील कृषकों नियाज मोहम्मद, महादेव यादव, रतीभान उपाध्याय, जगन्नाथ वर्मा, प्रद्युम्न प्रकाश श्रीवास्तव, शिव प्रसाद यादव आदि ने प्रतिभाग कर खेती संबंधी तकनीकी जानकारी प्राप्त की तथा वृक्षारोपण हेतु निशुल्क पौधे प्राप्त किए ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ