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विपक्षी एकता की मजबूती देख इण्डिया से भी नफरत करने लगी भाजपा: प्रमोद तिवारी



कुलदीप तिवारी 

लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा के विपक्ष के उपनेता, स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा है कि बेंगलुरू में विपक्षी दलों की मजबूत एकता के शंखनाद से भाजपा अपना राजनैतिक मानसिक संतुलन खो बैठी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्षी दलों के गठबंधन के नामकरण मात्र से जिस तरह बेचैन व घबराहट मे देखी जा रही है उससे यह साफ संकेत है कि अब इण्डिया की नीति एवं जीत दोनों सुनिश्चित हो चुकी है। राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने बेंगलुरू विपक्षी गठबंधन की बैठक को पूरी तरह जनाकांक्षा के अनुरूप सफल करार दिया है। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय कार्य परिषद के सदस्य हेमंत विस्व सरमा का गठबंधन के नाम इण्डिया शब्द को लेकर दी गयी प्रतिक्रिया भाजपा की हताशा का खुला संकेत है। प्रमोद तिवारी ने नामकरण पर भाजपा की बेचैनी करार देते हुए तंज कसा कि यदि भाजपा को इण्डिया से नफरत है तो वह अब कहीं और जा सकती है। उन्हांेने भाजपा के गठबंधन के नाम पर प्रतिक्रिया पर तगड़ा सियासी वार करते हुए कहा कि बीजेपी के कुछ नेता इस तरह हताश हो उठे हैं कि उन्हें इण्डिया को लेकर अपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी लज्जा के कटघरे में खड़ा करने में राजनैतिक मर्यादा का एहसास तक नहीं रह गया है। राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने भाजपा से पूछा है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मेक इन इण्डिया, साइनिंग इण्डिया, स्टॉर्टअप इण्डिया सीड फण्ड योजना, डिजिटल इण्डिया, स्टैण्डअप इण्डिया, राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन पर भी उसे किस हद तक की चिढ़न है? उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान से भी बेपरवाह होकर कांग्रेस से नफरत करते करते अब इण्डिया से भी नफरत करने लगी है। उन्होंने कहा कि भाजपा को विपक्षी एकता की मजबूती को देख घबराहट में दिये गये इस बयान को फौरन वापस लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि इण्डिया को लेकर विवादित बयान देने वाले भाजपाई सबसे पहले अपने नेता पीएम मोदी से इण्डिया के नाम पर शुरू करने वाली अनेक योजनाओं को लेकर सवाल पूछने की हिमाकत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्षी एकता को लेकर इसलिए निराश है कि विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों का संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व है, इन दलों का वोट बैंक है और मजबूत राजनैतिक साझेदारी है। राज्य सभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि इसके विपरीत सत्तारूढ़ भाजपा के गठबंधन एनडीए में शामिल चौबीस-चौबीस दलों का लोक सभा में कोई प्रतिनिधित्व तक नहीं है। उन्होनें बतौर उदाहरण कहा कि राजग में शामिल जेजेपी, आईपीएफटी, पीएमके, एमजीपी, निषाद पार्टी, हम, आरएलएसपी, बीडीजेएस, केरल कांग्रेस थॉमस, हरियाणा लोकहित पार्टी, कीपुथिया तमिलगम जैसे दल का तो लोक सभा व राज्य सभा दोनों सदनों में प्रतिनिधित्व अभी भी शून्य है और आने वाले लोक सभा चुनाव परिणाम में भी शून्य ही नजर आयेगा। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ एनडीएम गठबंधन में एक दल का तो अभी तक राजनैतिक दल के रूप में पंजीयन तक नहीं है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस तथा उसके विपक्षी गठबंधन को भारत माता से भावनात्मक लगाव है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश के स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर आजादी के बाद भी राष्ट्रीय सम्प्रभुता की रक्षा में अपने नेताओं का बलिदान दे चुकी है। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा है कि भाजपा अब यह न बताये कि कांग्रेस को इण्डिया से कितना प्यार है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि अभी सिर्फ विपक्षी गठबंधन के नाम के ऐलान पर ही भाजपा को इतना दर्द हो रहा है तो जब गठबंधन के काम का ऐलान होगा तो बीजेपी का मानसिक संतुलन हद तक बिगड़ जाएगा। उन्हांेने इण्डिया शब्द को लेकर भाजपा के मन में जगी नफरत पर वार करते हुए कहा कि भाजपा देश को अब यह भी बताये कि क्या 1983 में वर्ल्ड क्रिकेट कप में इण्डिया का वर्ल्ड कप जीतना भी उसे अखरा था या फिर वह इण्डिया की उस विश्व विजयी जश्न में शामिल नहीं हुई थी। उन्होंने भाजपा के ताजा बयान को लेकर यह भी सवाल उठाया है कि मौजूदा उसके प्रधानमंत्री तक कई बार इण्डिया खेलेगा और इण्डिया जीतेगा का दम क्यों भरते रहें है। वहीं राज्य सभा में विपक्ष के उप नेता प्रमोद तिवारी ने भाजपा को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा है कि वह कई भाषा और बोलियों तथा संस्कृति व सभ्यता वाले देश के दुनिया भर में उन प्रवासी नागरिकों की भी भावनाओं पर कुठाराघात कर रही है, जिन्हें विदेशों में इण्डियन होने की गर्वपूर्ण पहचान मिली हुई है। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से बुधवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में देश में संविधान की रक्षा व लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाए रखने के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन की भाजपा से लड़ाई में यह तस्वीर साफ हो गयी है कि इण्डिया जीतेगी और आने वाले लोक सभा चुनाव में भाजपा को देश को तबाह करने के लिए करारी हार भी सुनिश्चित मिलेगी।

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