उमेश तिवारी
महराजगंज:नेपाल में भारतीय पर्यटकों के साथ गाली गलौज और दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। जिसको लेकर भारतीय सीमा में भारतीय आक्रोश व्याप्त है।
बताते चलें कि भारत नेपाल के सोनौली बॉर्डर से है जहां नेपाल सरकार ने खाद्य सामग्री फल एवं सब्जियों पर 13 प्रतिशत वैट लेने के साथ अब भारतीय वाहनों के नेपाल प्रवेश पर भंसार शुल्क को भी बढ़ा दिया है। बात करें नेपाल के बुटवल स्थित रोपवे केबल कार की तो वहां भी नेपाली नागरिकों से अलग एवं भारतीय पर्यटकों से अलग धनराशि वसूल की जा रही है। इतना ही नहीं सावन माह में नेपाल पशुपतिनाथ दर्शन करने के लिए जा रहे दर्शनार्थियों के साथ सौतेला व्यवहार भी किया जा रहा हैं जिससे भारतीय पर्यटकों सहित दर्शनार्थियों में भी भारी आक्रोश व्याप्त है। वैसे तो नेपाल में पहाड़ की वादियों सहित दार्शनिक स्थलों की भरमार है भारतीय पर्यटक सहित देश-विदेश के लोग वहां अपनी छुट्टियों में जाकर आनंद उठाते हैं आए दिन नेपाल से कभी भारतीय पर्यटकों के साथ लूट तो कभी वहां के स्थानीय नागरिकों द्वारा सौतेले व्यवहार के कारण अब भारतीय पर्यटक सहित दर्शनार्थी भी नेपाल जाने से कतरा रहे हैं। जहां एक तरफ रोटी बेटी के संबंधों की मिसाल के साथ मित्र राष्ट्र की बात कही जाती है तो वहीं कुछ लोगों द्वारा ऐसे कृत्य भी किए जा रहे हैं जिस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए नेपाल सरकार को सख्त कार्यवाही करने की आवश्यकता है। काठमांडू से लौटे भारतीय पर्यटक अनिल मिश्रा के साथ भी नेपाल में गाली गलौज किया गया है। अनिल मिश्रा ने सोनौली बार्डर पर आप बीती सुनाते हुए कहा कि नेपाल में उन्हें और उनके साथ गए लोगों के साथ कुछ अराजक तत्वों ने गाली गलौज की और मंदिर में दर्शन तक नहीं करने दिया गया। इतना ही नहीं वापस लौटते समय भैरहवा भंसार कार्यालय पर भी मनमानी तरीके से दो हजार रुपए वसूल लिया गया। उन्होंने भारतीय पर्यटकों से अपील किया कि अब नेपाल में पर्यटन करना भारतीय पर्यटकों के लिए खतरे से खाली नहीं है। नेपाल के लोगों का भारतीय पर्यटकों के प्रति रवैया ठीक नहीं है।
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