उमेश तिवारी
गोरखपुर जिले की पहली महिला हिस्ट्रीशीटर गीता तिवारी नेपाल में चोरी कर रही थी। वारदात के बाद वह गोरखपुर में आ जाती थी, लेकिन बृहस्पतिवार को नेपाल पुलिस ने उसे चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उधर तिवारीपुर पुलिस ने भी हिस्ट्रीशीटर के घर से गायब होने की पुष्टि की है।
पुलिस की माने तो तीन जुलाई को हुए दुराचारी सभा में वह नहीं आई थी, जबकि इस दिन थाने के सभी हिस्ट्रीशीटर को आना होता है, तभी से पुलिस उसकी लोकेशन की तलाश में जुटी थी।
जानकारी के मुताबिक, तिवारीपुर इलाके के सूर्य विहार कॉलोनी निवासी गीता तिवारी का नाम थाने के हिस्ट्रीशीट नंबर 93ए पर दर्ज है। गीता तिवारी पर हत्या के प्रयास, लूट और गैंगस्टर सहित कई मामले दर्ज हैं। गीता शादी से पहले संवासिनी गृह में रहती थी।
जनप्रतिनिधि रहे शिवकुमार तिवारी से उसकी शादी तत्कालीन डीएम ने कराई थी। बाद में वह स्मैक की तस्करी करने लगा। चार साल पहले शिवकुमार की मौत हो गई तो उसके सभी धंधे को गीता ने संभाल लिया। शिवकुमार पत्नी गीता के साथ कोतवाली इलाके में किराए के मकान में रहता था।
करीब 10 साल पहले गीता के घर पर छापा पड़ा तो पांच अपराधी पकड़े गए थे। इस मामले में पहली बार गीता जेल गई थी। अंतिम बार उसे 2021 में घर में जन्मदिन पार्टी में फायरिंग के आरोप में जेल भेजा गया था। बाद में वह जमानत पर बाहर आ गई थी। अब पता चला है कि वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पड़ोसी मुल्क नेपाल में चोरी, डकैती, लूट का धंधा करने लगी थी।
जेल में गुटबाजी में भी माहिर है गीता
2021 में हत्या के आरोप में पकड़े जाने के बाद गोरखपुर मंडलीय कारागार में बंद गैंगस्टर गीता तिवारी को देवरिया जेल भेजा गया था। उस पर महिला बैरक में गुटबाजी करने और सही आचरण नहीं करने का आरोप लगा था। इसके बाद जेल प्रशासन ने उसे दूसरी जेल में शिफ्ट करने की शासन से अनुमति मांगी थी। अनुमति मिलने के बाद उसे देवरिया भेज दिया गया था।
आर्केस्टा संचालन भी कर चुकी है गीता
शिवकुमार से शादी के बाद गीता आर्केस्ट्रा का संचालन करने लगी थी। तब शिवकुमार पत्नी गीता के साथ कोतवाली इलाके में किराये के मकान में रहता था। करीब दस साल पहले गीता के घर पर छापा पड़ा तो पांच अपराधी पकड़े गए। इस मामले में पहली बार गीता जेल गई थी।
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