निशी तिवारी
गोण्डा: मुख्यमंत्री श्योगी आदित्यनाथ ने गोंडा पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने एल्गिन चरसरी तटबंध का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सिंचाई विभाग, आपदा राहत स्वास्थ्य विभाग व अन्य संबंधित विभागों से जानकारी ली व आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के उपरांत उन्होंने जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक कर बाढ़ से पूर्व की गई तैयारियों की समीक्षा की।बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड और नेपाल में भारी वर्षा के बाद सरयू व राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा है। इस कारण घाघरा नदी में भी जलस्तर बढ़ने की संभावना है। घाघरा सरयू नदी के किनारे बने सभी तटबंधों की मरम्मत की कार्रवाई हो चुकी है और उसकी लगातार निगरानी भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा बेहतरीन बाढ़ निरोधक उपाय किए गए हैं जिसकी स्थिति काफी अच्छी है। 28 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी की जा चुकी है। कोई भी जन व धन की हानि रोकने के लिए व्यापक स्तर पर कार्रवाई जारी है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत सामग्री की व्यवस्था अभी से कर ली गई है। इस दौरान जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र, एमएलसी अवधेश कुमार सिंह उर्फ मंजू सिंह, विधायक मनकापुर रमापति शास्त्री, विधायक कटरा बाजार बावन सिंह, विधायक तरबगंज प्रेम नारायन पांडेय, विधायक मेहनौन विनय कुमार द्विवेदी, विधायक सदर गोंडा प्रतीक भूषण सिंह, विधायक गौरा प्रभात वर्मा,विधायक करनैलगंज अजय सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप, आयुक्त देवीपाटन मंडल योगेश्वर राम मिश्र, पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र अमरेंद्र प्रताप सिंह, जिलाधिकारी नेहा शर्मा, पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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