अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे 19 जुलाई को एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर के प्रथम विभागाध्यक्ष डॉ पदम शरण कपूर का देहावसान उनके निज निवास राजस्थान के जयपुर में प्रातः 8:00 बजे हो गया । डॉक्टर कपूर अति लोकप्रिय शिक्षक, प्रशासक के रूप में कार्य करते हुए वनस्पति विज्ञान विभाग को प्रतिष्ठा के बुलंदियों पर पहुंचाने का कार्य किया। एक समय वनस्पति विज्ञान विभाग डॉक्टर कपूर के नाम से जाना जाता था । आज भी उनके द्वारा देश के सदूरवर्ती क्षेत्रों से अत्यंत दुर्लभ वनस्पतियां एवं महाविद्यालय का प्रतिष्ठित वनस्पति उद्यान उनकी याद दिलाता है ।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जे पी पांडे ने महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों के साथ शोक सभा का आयोजन कर उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की । उन्होंने कहा कि प्रोफेसर कपूर द्वारा वनस्पति विज्ञान विभाग को दिए गए योगदान को महाविद्यालय परिवार हमेशा याद रखेगा। वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन ने समस्त विभागीय शिक्षक डॉ मोहम्मद अकमल, डॉ शिव महेंद्र, राहुल कुमार, राहुल कुमार यादव, श्रवण कुमार एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी जंग जीत बहादुर सिंह, समरजीत यादव, योगेंद्र सैनी, अब्दुल्ला एवं रामप्रताप के साथ शोक श्रद्धांजलि देते हुए कहा डॉक्टर कपूर के प्रेरणादायक कार्यों को आगे बढ़ाते हुए हम सभी विभाग को एक नई ऊंचाइयों पर ले जाएं, यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है। पूर्व विभागाध्यक्ष एवं वर्तमान प्राचार्य गायत्री विद्यापीठ रिसिया प्रोफेसर डी डी तिवारी व पूर्व विभागाध्यक्ष एवं वर्तमान प्राचार्य लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय गोंडा प्रोफ़ेसर आर के पांडे ने वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में एक नए युग का अंत बताया । इसी क्रम में पूर्व प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एन के सिंह, प्रोफेसर ए के सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ एस बी सिंह, डॉ जे पी तिवारी एवं पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर डॉ वीके शुक्ला, डॉ जितेंद्र सिंह चौहान, डॉक्टर डी एस शुक्ला, डॉक्टर जी पी श्रीवास्तव ने इसे वनस्पति विज्ञान विषय एवं वनस्पति विज्ञान विभाग में अपूरणीय क्षति बताया जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है।
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