अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर मे 19 जुलाई को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘वन महोत्सव‘ मनाया गया। वन महोत्सव के मुख्य अतिथि डॉ0 राजीव रंजन, विभागाध्यक्ष वनस्पति विभाग एम0एल0के0पी0जी0 कालेज, बलरामपुर एवं नोडल अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना बलरामपुर एवं श्रावस्ती तथा सम्मानित अतिथि डॉ0 सदगुरू प्रकाश जन्तु विज्ञान के प्रोफेसर एम0एल0के0 पी0जी0 कालेज बलरामपुर रहे। जिसमें सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने बच्चों को बताया कि वन जीवन है। इसांन को यदि इस धरती पर जीवित रहना है तो उसे सांस लेने की जरूरत है यदि सांस लेने में ऑक्सीजन नहीं होगी तो हम जीवित भी नहीं रहेंगे। जिस तरह से रहना, खाना, पीना, सोना जरूरी है वैसे ही सांस लेना भी अति आवश्यक है। सांस लेने का एकमात्र जरिया है वृक्ष। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि डॉ0 राजीव रंजन, विभागाध्यक्ष वनस्पति विभाग एम0एल0के0पी0जी0 कालेज, बलरामपुर एवं नोडल अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना बलरामपुर एवं श्रावस्ती ने बताया कि यदि वृक्ष नही होंगे तो हम ताजा सांस नहीं ले सकते, हमें जरूरी तत्वों की प्राप्ति नही होगी। देखा जाए तो जिंदगी का पर्याय ही वृक्ष हें। इन्हीं वृक्षों को बचाए रखने के लिए भारत में प्रतिवर्ष जुलाई माह में वन महोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
इसी क्रम में डॉ0 सदगुरू प्रकाश जन्तु विज्ञान के प्रोफेसर एम0एल0के0 पी0जी0 कालेज बलरामपुर ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य मनुष्यों को वृक्षों के प्रति जागरूक करना है तथा उनकी महत्वता बताना है। सन् 1947 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद और मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के प्रयास तथा इसके बाद सन् 1960 के दशक मे कन्हैयालाल मणिकलाल मुंशी ने इस महोत्सव का आगाज किया था। तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष वृक्ष महोत्सव मनाया जाता है। क्योंकि जुलाई-अगस्त का महीना वर्षा ऋतु का होता है और पेड़-पौधों के उगने के लिए यह नमी का मौसम अच्छा माना जाता है। विद्यालय के प्रबन्धक निदेशक डॉ0 एम0पी0 तिवारी सहित डॉ0 राजीव रंजन, विभागाध्यक्ष वनस्पति विभाग एम0एल0के0पी0जी0 कालेज, बलरामपुर एवं नोडल अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना बलरामपुर एवं श्रावस्ती तथा डॉ0 सदगुरू प्रकाश जन्तु विज्ञान के प्रोफेसर एम0एल0के0 पी0जी0 कालेज बलरामपुर द्वारा वृक्षारोपण सम्पन्न हुआ। कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण एवं कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । भाषण के अन्तर्गत अलीशा, दानिया, सबा फिरदौस, आस्था, आशिता, आयुश, दिव्यांश, आराध्या, मानिक, तनमय, अरित्र, समृद्वि, नित्या एवं देवांश ने जीवन में वृक्षों के महत्व के बारे में अपना-अपना विचार व्यक्त किया। कला प्रतियोगिता का आयोजन सुभाष हाउस, टैगोर हाउस, गांधी हाउस एवं आजाद हाउस के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिसमें सुभाष हाउस से जान्हवी, यशी, हिफजा एवं शुभरा ने टैगोर हाउस से रिद्धी, प्रशांत, अविका, सूरज, साहवी एवं मानवी ने, गांधी हाउस से ख्याति, वैष्णवी, मेधावी एवं रत्नप्रिया ने तथा आजाद हाउस से वेदांसी, पलक, अन्या, दर्श, अनुष्का एवं हर्ष ने अपनी-अपनी कला का प्रशर्दन किया। अंत में विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें भाषण एवं कला प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं की प्रशंसा करते हुए सभी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय, एक्टीविटी इंचार्ज राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने मिलकर ‘वन महोत्सव‘ को मनाया।
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