ए आर उस्मानी
गोण्डा। जिले में खाकी का रसूख कम हो गया है और अपराधी एवं दबंग मनबढ़ हो गये हैं। उन्हें शायद पुलिस का खौफ नहीं रह गया है। यही वजह है कि अब खाकी वर्दीधारी भी दबंगों और रसूख वालों का शिकार हो रहे हैं। ताज़ा मामला पुलिस मीडिया सेल गोण्डा में तैनात सिपाही वैभव सिंह से जुड़ा है, जिसे प्रधान के पुत्र ने न सिर्फ गालियां दी बल्कि आरोप है कि असलहा लहराते हुए जान से मारने की धमकी तक दे डाली। मनबढ़ प्रधान पुत्र यहीं नहीं रूका। वह बोला कि तुम दस हजार रूपल्ली की नौकरी करने वाले कुत्ते हो।
मीडिया सेल गोण्डा में तैनात आरक्षी (कांस्टेबल) वैभव सिंह 28 जून को शाम करीब 5.40 बजे सब्जी लेने पोस्ट आफिस की तरफ गया था कि रघुकुल विद्यापीठ स्कूल मोड़ पर आरक्षी रितेश सचान के मिलने पर वहीं सड़क किनारे स्कूटी खड़ी करके बातचीत करने लगा। तभी रघुकुल स्कूल की तरफ से सफेद कलर की गाड़ी नंबर यूपी 43 वाई 9000 स्विफ्ट वीडीआई से दो लोग पहुंचे और सड़क किनारे स्कूटी हटाने को लेकर वाद-विवाद करने लगे, जबकि पूरी सड़क खाली थी। वैभव सिंह द्वारा अपना परिचय पुलिस कांस्टेबल के रूप में दिया गया जिस पर वह लोग आग बबूला हो गये और गाली-गलौज करने लगे। आरोप है कि सिपाही द्वारा विरोध करने पर एक व्यक्ति असलहा निकालकर हवा में लहराते हुए कहा कि तुम दस हजार रूपल्ली की नौकरी करने वाले कुत्ते हो। मुझे नहीं जानते हो कि मैं कौन हूं? मेरा नाम रानू सिंह है और मैं सोनौली प्रधान का बेटा हूं। अभी तुम्हें जान से मार दूंगा और तुम मेरा कुछ नहीं कर पाओगे। पीड़ित सिपाही वैभव सिंह का कहना है कि उसने सिविल लाइन चौकी इंचार्ज को फोन कर घटनाक्रम की जानकारी दी तो रानू सिंह ने कहा कि भनुआ अभी दौड़ता हुआ आएगा मेरे एक फोन कॉल पर। इतना ही नहीं, दोनों दबंगों ने सिपाही वैभव सिंह को गालियां देते हुए पूछा कि तुम्हारा घर कहां पर है? तुम गोण्डा में नौकरी नहीं कर पाओगे। इतना कहकर वह लोग चले गए। उनके चले जाने के बाद कोबरा मोबाइल आई और लकीर पीटकर वह भी चली गई। घटना के संबंध में सिपाही वैभव सिंह ने नगर कोतवाली में रानू सिंह निवासी सोनौली व एक व्यक्ति अज्ञात के विरूद्ध तहरीर दी जिसके आधार पर आईपीसी की धारा 189, 504 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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