गोंडा:आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर गोंडा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के तीन दिवसीय स्थापना दिवस समारोह के अंतिम दिन आज दिनांक 18 जुलाई 2023 को मोटे अनाजों की खेती पर कृषकों को प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण का शुभारंभ ग्राम छिटई जोत के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बाबूराम यादव द्वारा किया गया । उन्होंने किसानों से मोटे अनाजों की खेती करने का आह्वान किया । श्री यादव ने बताया कि मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं । डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने बताया कि वर्ष 2023 अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है । मोटे अनाजों को श्रीअन्न नाम दिया गया है । इनकी खेती कम उपजाऊ भूमि में सीमित संसाधनों में की जा सकती है । मोटे अनाज मानव एवं पशु स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक है । इनकी खेती से पर्यावरण सुरक्षित रहता है । यह फसलें कम दिन में पक कर तैयार हो जाती हैं । मोटे अनाजों में रेशा की मात्रा अधिक है तथा खनिज लवणों आदि पोषक तत्वों से भरपूर हैं । डॉक्टर दिनेश कुमार पांडेय ने मोटे अनाज को स्वास्थ्य एवं पर्यावरण की दृष्टि से अत्यंत लाभकारी बताया । उन्होंने बताया कि मोटे अनाजों की खेती बगैर रासायनिक दवाओं एवं बगैर रासायनिक उर्वरकों से की जा सकती है । मोटे अनाजों की खेती प्राकृतिक खेती के अंतर्गत की जा सकती है । एक देशी गाय से 30 एकड़ मोटे अनाजों की खेती आसानी से की जा सकती है । मोटे अनाजों की खेती में जीवामृत, बीजामृत घनजीवामृत, दशपर्णी अर्क, ब्रह्मास्त्र,नीमास्त्र आदि का प्रयोग कर कम लागत में अच्छा मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है । इस अवसर पर शिव प्रसाद यादव, जुगुल किशोर वर्मा, छीटन प्रसाद यादव आदि सहित डॉ. रेड्डीज फाउंडेशन के एसपी मिश्रा ने उपस्थित रहकर खेती की तकनीकी जानकारी प्राप्त की तथा मोटे अनाजों का निशुल्क बीज प्राप्त किया ।
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