रसूख के बल पर एक ही थाने पर दोबारा तैनाती करा कर आए चौकी प्रभारी दतौली की कार्यशैली पर लगा सवालिया निशान
पं बीके तिवारी
गोंडा। जनपद गोंडा के कोतवाली मनकापुर अंतर्गत पुलिस चौकी क्षेत्र दतौली के सरजू सुकुल पुरवा बनकशिया शिव रतन सिंह मे हुई लाखों की चोरी घटना महीनों बीतने के बाद भी खुलने का नाम नहीं ले रही है। जिससे दतौली पुलिस के कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है। कोतवाली मनकापुर के पुलिस चौकी अंतर्गत दतौली धानेपुर मेन रोड पर आवासीय मकान बनाकर रह रहे कृष्ण गोपाल शुक्ला के घर में बीते महीने 27 अप्रैल को चोरों ने धावा बोलकर लूटपाट करते हुए ₹87000 नगद सहित लाखों के जेवरात लूट लिए थे।जिस के संबंध में पीड़ित ने स्थानीय थाना कोतवाली मनकापुर में एफ आई आर दर्ज कराते हुए कार्यवाही की मांग की थी। घटना के संबंध में अपराध संख्या 259/2023 के तहत एफ आई आर तो दर्ज हो गई।लेकिन घटना का खुलासा दतौली पुलिस 3 महीने भी नहीं कर पाई।दतौली पुलिस चौकी की यह कोई नई घटना नहीं है।और भी घटनाएं विवेचना में लंबित चल रही हैं।जिसमें दतौली पुलिस फिसड्डी साबित हो रही है। अधिकारियों की निगाहों से लुकाछिपी खेलते हुए वहां के चौकी प्रभारी राकेश कुमार ओझा अपने रसूख के बल पर मनकापुर कोतवाली में 3 वर्षों के भीतर दोबारा तैनाती कराते हुए दतौली पुलिस चौकी का प्रभार ले लिया लेकिन दायित्व निभाने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं।सूत्रों की माने तो राजेश ओझा की तैनाती वर्ष 2020-21 के दौरान थाना मनकापुर के पुलिस चौकी प्रभारी जिगना के रूप में हुई थी। वहां भी चौकी प्रभारी का विवादों से नाता था। और मनकापुर से चौकी जाते समय जिगना पेट्रोल पंप के पास रास्ते में एक घटना में चौकी प्रभारी को लहूलुहान भी होना पड़ा था। बाद में घटनाक्रम में शामिल दोषी के पैर में गोली मारकर अपनी पीठ थपथपाई गई थी। पुलिस चौकी प्रभारी दतौली जनपद के नवागत पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल की निगाहों से कब तक बचते हैं। यह प्रश्न का विषय है। वहीं इस विषय पर पीड़ित कृष्ण गोपाल शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि चोरी की घटना खुलासा करने के लिए मैंने डीआईजी से लेकर कप्तान तक तथा एडिशनल एसपी शिवराज साहब तक गुहार लगाई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। पीड़ित का यह भी कहना है कि लाखों रुपए के जेवरात सहित नगदी चली गई जिसको लेकर जब पुलिस चौकी पर फोन किया जाता है। तो चौकी प्रभारी फोन रिसीव नहीं करते हैं।कई फोन बजने के बाद दीवान से बात होने लगती है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ