राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता तिवारी ने मंहगाई पर जमकर कसे तंज
कुलदीप तिवारी
लालगंज प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता, स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने महाराष्ट्र में एनसीपी मंे हुई टूटन के सियासी घटनाचक्र को भाजपा के द्वारा जनता के जनादेश के साथ लोकतंत्र पर अविश्वसनीयता का एक और बड़ा हमला करार दिया है। उन्होने कहा कि बीजेपी सत्ता मोह में देश के कई राज्यों में जनादेश के विपरीत अलोकतांत्रिक हथकण्डे अपना रही है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में संविधान मे वर्णित प्राविधान की अनदेखी कर राजनैतिक विभाजन की प्रक्रिया के विपरीत आननफानन मे राज्यपाल ने उप मुख्यमंत्री पद पर अजीत पवार व कुछ अन्य मंत्रियों को शपथ दिला दी गयी। विपक्ष के उपनेता प्रमोद ने कहा कि एनसीपी के बागी गुट का न तो राज्यपाल को विधायकों की सूची सौंपी गयी और न ही दर्शायी गयी संख्या का संवैधानिक परीक्षण कराये जाने की आवश्यकता समझी गयी। उन्होने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र में पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना और अब शरद पवार की पार्टी को सत्ता मे बने रहने के लिए तोडने का अनैतिक आचरण दोहराया है। सांसद प्रमोद ने कहा कि कर्नाटक में भी सत्ता के अनैतिक गठजोड़ के लिए तोडफोड की राजनीति को लेकर हाल ही मे भाजपा ने ऐसे हथकण्डों के दुष्परिणाम की कीमत चुकायी है। उन्होने कहा कि महाराष्ट्र मे भी आने वाले चुनाव में भाजपा का अब पूरी तरह से सफाया तय हो गया है। उन्होने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल दागा कि अभी हाल ही में प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के भोपाल में ऐलान किया था कि एनसीपी में सत्तर हजार करोड़ का घपला करने वाले जेल भेजे जाएंगे। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने तंज कसा कि पीएम घपले करने वालों को जेल तो नही भेज पाये बल्कि भाजपा ने इन्हें मंत्री जरूर बना दिया। उन्होने कहा कि जिस तरह से विपक्षी एकता को जनता की विश्वसनीयता देश भर मंे हासिल होने लगी है। उन्होने कहा कि ऐसे में अब भाजपा को सत्ता से बाहर होने का डर सताने लगा है। श्री तिवारी ने कहा कि बीजेपी सत्ता के लिए लोकतंत्र पर जिस तरह से चोट कर रही है जनता समय आने पर इसे करारा सबक सिखायेगी। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से सोमवार को यहां जारी बयान में वहीं राज्यसभा मे विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने इधर सब्जियों के दाम खासकर टमाटर के मूल्य सैकड़ा पार करने को मंहगाई की मध्यम वर्ग के लिए मोदी सरकार की एक और बड़ी चोट कहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी संस्थाएं और सरकारी एजेन्सियां टमाटर की उचित मूल्य पर खरीददारी नही कर रही है इसके कारण मजबूर किसान टमाटर बिचौलियेपन के तहत टेªडर्स को बेंचने पर मजबूर हो उठे हैं। उन्होनें कहा कि सब्जियों तक के दामों मे जहां किसान को लागत का भी घाटा हो रहा है वहीं मध्यम वर्ग को पहले से ही खाद्यान्न सामग्रियों मे कमरतोड मंहगाई के बाद सब्जियों की कीमतो मे बेतहासा वृद्धि के कारण अब दो जून की रोटी भी नसीब नही है।
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