निशी तिवारी
रुपईडीह(गोंडा) तहसील क्षेत्र में 18 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का सरकारी आदेश सिर्फ कागजों तक सीमित होकर रह गया है। कस्बे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे में 12 से 16 घंटे की अघोषित विद्युत कटौती से किसान,व्यापारी व अन्य उपभोक्ता परेशान हैं। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति का रोस्टर भी ध्वस्त हो गया है। कर्मचारी मनमाने तरीके से रोस्टिंग कर रहे हैं इससे क्षेत्र को आठ से दस घंटे भी बिजली सुचारू रूप से नहीं मिल पा रही है। वहीं लोकल फॉल्ट के नाम पर मनमानी विद्युत कटौती की जा रही है। यहां लोगों को रात दिन मिलाकर बमुश्किल 10 घंटे तक ही सप्लाई मिल रही है। यही नहीं बिजली आ भी जाए तो वह भी ट्रिपिंग की शिकार हो जाती है। जिससे लोगों को इस भींषण गर्मी में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।विभागीय अधिकारी फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते हैं। इस बदहाल आपूर्ति से लोग हलकान हैं। आरोप है कि लोकल फॉल्ट के नाम पर कर्मचारी जानबूझकर आपूर्ति में व्यवधान पहुंचा रहे हैं। किसानों का कहना है कि मौजूदा समय में खरीफ फसलों की बुआई हो रही है पर्याप्त बारिश न होने से उन्हे खेतों में पानी की जरूरत है लेकिन बिजली न मिलने से मोटर नहीं चल रहे हैं। मजबूरी में किसान पंपिंग सेट व अन्य सिंचाई साधनों का प्रयोग कर रहे हैं।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ