पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज गोंडा।बाढ़ की आहट से जहां माझावासी व आम जन बेचैन है वहीं जलजीव भी नदी से निकलकर खुले में आने को मजबूर हो रहे हैं क्षेत्र के दत्तनगर गांव जो कि बगल के जनपद अयोध्या और गोंडा की सीमा का अंतिम गांव है यह सरयू नदी के किनारे कछार में बसा है इस गांव में रविवार की सायं को एक मगरमच्छ नदी किनारे लोगों को दिखा मगरमच्छ की मौजूदगी से गांव के लोगों में भय बन गया है इस मगरमच्छ को लेकर कुछ लोगों ने विडियो और फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया इस मामले के बाबत गांव के प्रधान प्रतिनिधि राजाराम यादव ने बताया कि घटना की जानकारी नहीं है पर मगरमच्छ इस नदी के बीच धारा व रेता पर पाये जाते हैं बाढ़ के पानी की दस्तक के बाद यह नदी किनारे दिखाई देता है।इस घटना के बाबत वन्यजीव विशेषज्ञ वनदरोगा ओमप्रकाश ने बताया कि यह करीब डेढ़ कुंटल का दिखाईं दे रहा है। सरयूनदी में यह पाया जाता है बाढ़ के चलते यह बहकर नदी किनारे गांवों में भी कभी कभार आ जाते हैं फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल फोटो विडियो को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है।
बीते वर्ष के मुआवजे की अभी भी आस
बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों की दुश्वारियां हर साल की तरह इस बार भी बढ़ाने के लिए दिखाई दे रही है अयोध्या सरयूनदी से जल्स्तर पता करने पर दोपहर तक नदी का जलस्तर 91.270 दिखाई दिया बाढ़ का पानी खतरे के निशान छुने का अंदेशा ग्रामीणों के अंदर भय का महौल है । क्षेत्र के दत्तनगर गांव के रहने वाले किसान रामदीन का करीब 20बीघा खेत इस बार कटान के चलते कटकर नदी में समा गया है । गांव के लोगों की बेशकीमती जमीन नदी में बाढ़ में कटने का सिलसिला जारी है गया है रामदीन का बेटा केवली और बच्चू यादव ने बताया कि इस बार खेत कटने से वह लोग निराश हो गए हैं पिछले साल उन भाइयों का घर कट गया था जिसका मुआवजा आज तक नहीं मिला उस। समय के राजस्व अधिकारी केवल आश्वासन देकर टरका दे दिया पर अब जमीन कट जाने से उनके परिजनों व पालतू पशुओं के जीवन यापन पर संकट होता दिख रहा है इस मामले के बाबत प्रधान प्रतिनिधि राजाराम यादव ने बताया कि गांव के विभिन्न स्थानों पर जो नदी के किनारे पर स्थित है कटान का शिकार हर साल किसान हो रहे हैं गांव के इन दोनों का घर कट गया था और खेत इस बार कट गया है नदी का जलस्तर बढ़ने से अब नुकसान ही होगा हल्का लेखपाल को बताया गया है पर कोई फायदा नहीं होने वाला पिछले बार गांव के बाढ़ पीड़ितों को लालीपाप मिला था इस बार क्या होगा भगवान भरोसे है फिलहाल बाढ़ की दस्तक से यह गांव सबसे ज्यादा दंश झेलता है इस गांव से होकर अयोध्या जाने वाले मार्ग पर भी आवागमन लगभग बंद हो गया है नांव के सहारे ही उस पार जाया जाता है फिलहाल बाढ़ की दुश्वारियां शुरु हो चुकी है।
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