आनंद गुप्ता
पलिया कलां खीरी। सावन मास में सोमवार को नगर के सुप्रसिद्ध पंचमुखी बाला जी मंदिर में सार्वजनिक रुद्राभिषेक का कार्यक्रम का आयोजन हुआ कथा वाचक ने अपने ओजपूर्ण प्रवचन से लोगों को भावविह्वल कर दिया। दूर दाराज से विभिन्न क्षेत्रों से भारी संख्या में भीड़ मौजूद रही। भगवान भोलेनाथ पर श्रृंगी में गंगाजल डालकर शिवलिंग पर अर्पित हुआ,इस दौरान ओम् नम: शिवाय मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र का जाप किया गया,इसके अलावा शुक्ल यजुर्वेद के रूद्राष्टध्यायी के मंत्रों से भी रूद्राभिषेक हुआ है. रूद्राष्टध्यायी के पंचम अध्याय से रुद्राभिषेक करना अधिक लाभकारी माना गया है शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करने के बाद दूध, दही, घी, शहद, गन्ने का रस, सरसों का तेल, इत्र भगवान भोलेनाथ के नौ पार्थिव शिवलिंगों पर अर्पित किया गया।
इसी अवसर पर पूज्य गुरु ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ संस्कार का भी होना जरूरी है। धार्मिक आयोजनों से परिवार में संस्कार का विकास होता है सार्वजनिक रुद्राभिषेक के मौके पर सेवादार सुरेश चंद्र गर्ग, नीरज गर्ग , सुंदरकांड समिति से निरंकार बरनवाल, मनोज अग्रवाल, सक्षम शुक्ला, गौरव अग्रवाल,बलराम गुप्ता,उमाशंकर मिश्र, विश्वकांत त्रिपाठी,मुकेश अरोड़ा,राकेश मिश्रा सहित तमाम सदस्य मौजूद रहे।
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