पीड़ित परिवार ने सरकार से मांगी प्रदेश पलायन की अनुमति जमीन हेरा फेरी को लेकर मुकदमा दर्ज़
पं. बी के तिवारी
गोंडा।क्या योगी सरकार में भी जिम्मेदार पद पर तैनात अधिकारियों द्वारा की जा रही है मनमानी किया जा रहा है पीड़ितों का शोषण।ऐसे ही तमाम आरोप लगाते हुए तहसील तरबगंज के महंगूपुर निवासी राम सजीवन व राम बहादुर ने उत्तर प्रदेश सरकार से अपनी जमीन नीलाम करवाने की गुहार लगाते हुए पलायन करने की बात कही है।
जनपद गोंडा के तहसील तरबगंज अंतर्गत ग्राम सभा बखिरा महंगूपुर थाना नवाबगंज के निवासी राम सजीवन व राम बहादुर पुत्र गड़ राघव राम ने उप जिलाधिकारी तरबगंज के विरुद्ध विपक्ष के दबाव में आकर मुकदमे की मियाद पूरी होने के बावजूद वाज दायर स्वीकार करना लंबित वाद में धारा 24 के तहत पैमाइश होने के बाद भी कब्जा परिवर्तन ना कराना तथा फाइल से गायब मूल अभिलेखों की शिकायत के बावजूद भी कार्यवाही ना करने के साथ सीमांकन के बाद भी एसडीएम द्वारा मामले को संज्ञान में ले कर अनैतिक रूप से मामले को लंबित कर देना तथा उप जिलाधिकारी द्वारा फौजदारी करवाकर फर्जी sc-st व आगजनी के मुकदमे में फसाने संबंधित शिकायत के साथ गांव के ही पूर्व प्रधान वीरेंद्र बहादुर सिंह के विरुद्ध जमीन गाटा संख्या 7,20, 26 व 28 पर जालसाजी करते हुए कूटरचित तरीके से हेराफेरी करने को लेकर धारा 419,420, 471 के तहत मुकदमा पंजीकृत करवाया है।
पीड़ित का कहना है कि विगत 19 वर्षों से हमारा मुकदमा चल रहा है तथा मुकदमे में फैसला होने के बाद वह तमाम शिकायते भी की उसके बावजूद भी तहसील प्रशासन संज्ञान में लाकर मामले में फर्जी रिपोर्ट लगाकर निस्तारित कर देता है।
उच्चाधिकारियों से शिकायत की जाती है तो फर्जी रिपोर्ट के आधार पर तहसील स्तर के अधिकारी बच निकलते हैं।जिससे परेशान होकर पीड़ित ने उत्तर प्रदेश राज्य सरकार से अपनी संपूर्ण संपत्ति सुरक्षा की दृष्टि से नीलाम कराते हुए प्रदेश पलायन करने की बात कही है।
मामले के बाबत प्रभारी निरीक्षक नवाबगंज मनोज कुमार राय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज हुआ है।जांच की जा रही है।
वही मामले को लेकर प्रार्थना पत्र में आरोपित एसडीम उपजिलाधिकारी तरबगंज से बात करने का प्रयास किया गया तो लगातार कई वेल जाने के बावजूद भी फोन रिसीव नहीं हुवा।
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