उमेश तिवारी
नेपाल की ओर से नेपाल पुलिस की इस हरकत से हरकोई हैरान है। उत्तराखंड के चंपावत जिले में यह दंग करने वाला मामला सामने आया है।
नेपाल ने भारत को फिर से टेंशन दी है। उत्तराखंड बॉर्डर पर नेपाल की ओर से नेपाल पुलिस की इस हरकत से हरकोई हैरान है। उत्तराखंड के चंपावत जिले में यह हैरान करने वाला मामला सामने आया है। भारत से नेपाल सीमा तक बनाए जा रहे फोरलेन हाईवे के सर्वे के लिए गई एनएचएआई की पांच सदस्यीय टीम को नेपाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
नेपाल के अधिकारियों का कहना था कि भारतीय नागरिक बगैर अनुमति के उनकी जमीन पर सर्वे कर रहे थे।
बाद में दोनों देशों के अधिकारियों की बातचीत के बाद पांचों कर्मचारियों को रिहा कर दिया है। बनबसा से नेपाल सीमा तक भारत साढ़े चार किमी फोरलेन हाईवे का निर्माण कर रहा है। हाईवे को नेपाल के दोधारा चांदनी में बन रहे सुख्खा बंदरगाह से जोड़ा जाना है।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम हाईवे बना रही है। हाईवे के प्रस्तावित एलाइनमेंट और अन्य गतिविधियों की नापजोख के लिए शनिवार को एनएचएआई की यह टीम बनबसा से आगे भारत-नेपाल सीमा पर पहुंची। सर्वे के दौरान नेपाल के कंचनपुर जिले में महेंद्रनगर की पलिस ने एनएचएआई के एक सर्वेयर, तीन हेल्पर और एक चालक को हिरासत में ले लिया।
सभी को कंचनपुर के सीडीओ गोपाल प्रसाद के समक्ष पेश किया। एसपी कंचनपुर कमल थापा के मुताबिक, ये भारतीय नागरिक बगैर अनुमति नेपाल के 300 मीटर दायरे में सर्वे कार्य कर रहे थे।
इस संबंध में चंपावत के एसपी देवेंद्र पींचा का कहना है कि मामला जानकारी में है। एनएचएआई की टीम के कुछ कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। नेपाल के अधिकारियों का मानना था कि बिना अनुमति के भारतीय नागरिक जमीन पर सर्वे कर रहे थे।
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