कमलेश
लखीमपुर खीरी:जनपद खीरी में खमरिया थाना क्षेत्र के भिठौली गांव निवासी 32 वर्षीय युवक रोज की भांति आज सुबह भी नदी किनारे खेत मे मजदूरी करने गया था। इसी बीच वह शौच करने के लिए शारदा नदी के पास पहुच गया जहां मगर ने उसको दबोच लिया।
जिसकी चीख सुनकर आस पास के खेतों में काम करने वाले किसानों ने गहरे पानी मे घुसकर कड़ी मशक्कत के बाद मगर से उसे छुड़ाने में कामयाब तो हुए पर कुछ दी क्षणों बाद उसकी मौत हो गई, जिसकी सूचना मिलते ही परिवार समेत क्षेत्र में कोहराम मच गया। वही घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुचीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। इसके अलावा घटना स्थल पर पहुची वन विभाग की टीम परिवार को ढांढस बंधाकर हर सम्भव मदद का अस्वासन दिया है।
थाना खमरिया क्षेत्र के गांव भिठौली निवासी सुरजीत (32) पुत्र पृथ्वीपाल रोज की तरह सोमवार को सुबह घर से शारदा नदी किनारे खेतों में मजदूरी करने गया था। जहां कुछ देर काम करने के बाद वह शौच करने के लिए नदी किनारे पर पहुच गया जहां पानी मे बैठे मगरमच्छ ने उस पर हमला कर उसे दबोचकर पानी मे खींच ले गया।
जिसकी चीख सुनकर आस पास के खेतों में काम कर रहे किसानों व मजदूरों ने दौड़कर गहरे पानी में जाकर कड़ी मशक्कत के बाद सुरजीत को मगर से छुड़ा तो लिया पर कुछ ही क्षणों बाद उसकी मौत हो गई। सुरजीत की मौत की सूचना मिलते ही परिवार समेत गांव में कोहराम मच गया,बड़ी संख्या में लोग घटना स्थल पर पहुँच गए। वही जानकारी पाकर मौके पर पहुचीं खमरिया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।
दूसरी ओर मौके पर वन दरोगा अम्बुज मिश्रा की अगुवाई में पहुचीं वन विभाग की टीम ने परिवार को ढांढस बंधाकर हरसंभव मदद का अस्वासन दिया। इस बाबत थानाध्यक्ष अजय राय ने बताया कि युवक नदी किनारे शौच करने गया था,मगरमच्छ ने उसको दबोचकर पानी मे खींच लिया जिसको आसपड़ोस के लोगों द्वारा बाहर निकाला गया,कुछ ही देर में युवक की मौत हो गई,शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया है।
कुछ ही दूर पर दो गावों की सीमा की जांच करने गए लेखपालों ने घटना को सुन जांच की बन्द
इस दौरान घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर लुधौनी व ऐरा गांव की सीमा की जांच करने गए लेखपाल योगेश भार्गव ने बताया कि दोनों गावों की सीमाओं को लेकर गांव से मिले एक शिकायती पत्र की जांच उन्हें मिली थी जिसकी जांच में उनके साथ साथ लेखपाल सचिन मौर्या भी दोनों गावों की सीमा पर मौजूद थे, इसी दौरान पता कि चला उक्त युवक नदी किनारे गया हुआ था जिसको मगरमच्छ ने अपना शिकार बना लिया।
नदी में जाकर युवक को मगरमच्छ से छुड़ाने वालों को नहीं पता था कि अंदर है मगर
इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि सुरजीत को नदी में मगरमच्छ से भिड़कर निकालने वालो को यह नहीं पता था कि उसको मगरमच्छ पानी मे खींच कर ले गया है। वह सभी जब नदी किनारे पहुचे तो नदी में सुरजीत का केवल हांथ दिखाई पड़ा जिससे उनको लगा कि सुरजीत पानी मे जाकर डूब रहा है। जिसको बचाने के लिए वह सभी पानी मे कूद गए जहां उनको पता लगा कि सुरजीत को मगरमच्छ खींच रहा है बावजूद सभी ने हिम्मत नहीं हारी वह सभी मगरमच्छ से भिड़कर सुरजीत को उसके चुंगल से छुड़ाकर बाहर लाकर अस्पताल ले जा रहे थे कि कुछ ही क्षणों में उसकी मौत हो गई।
4 पुत्रियों के सिर से छिना पिता का साया
मृतक सुरजीत के 4 पुत्रियां है जिसमे एक 16 वर्ष, एक 12 वर्ष व दो जो जुड़वा है वह करीब 20 दिन की ही है,जिनकी जिम्मेदारी सुरजीत पर ही थी। अचानक हुए हादसे में हुई पिता की मौत से चारों पुत्रियों के सर से पिता शाया उठ गया।
जिसको देख परिवार समेत गांव के भी लोग चिंतित नजर आ रहे है। लोग नम आंखों के बीच असमय यह कहते हुए नजर आए कि अब चारों बेटियों का पालन पोषण कैसे और कौन करेगा।
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