वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़! आज तरुण चेतना कार्यालय पट्टी में महिला किसान सशक्तिकरण कार्यक्रम अंतर्गत प्रोजेक्ट क्लोजिंग व डिसिमीनेशन शिविर का आयोजन किया गया जिसमें कृषि रक्षा इकाई के सहायक विकास अधिकारी नीरज मिश्रा ने कहा कि कंपनी की महिलाएं अच्छा काम कर रही हैं, जिसे हमारे विभाग द्वारा पूरा सहयोग किया जायेगा.
श्री नीरज द्वारा बताया गया कि कृषि विभाग में कई योजनायें संचालित हैं, जिसका लाभ ये महिलाये व्यक्तिगत व एफपीसी के माध्यम से ले सकती हैं. उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए वृक्षारोपण पर विशेष जोर देने की अपील की.
इस अवसर पर तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने महिला सशक्तिकरण एवं संघर्षशील महिला कंपनी के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि हमारी एफपीसी एक ऐसी फार्मस प्रोड्यूसर कंपनी है जिसमें 100 प्रतिशत महिलाएं ही हैं. महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुए श्री अंसारी ने बताया कि आगे से कंपनी की महिलाएं अपने खुद से कंपनी के कार्यों को संभालने के लिए तैयार हैं, जिसके लिए हम मदद करने वाले अधिकारियों सहित कंपनी की सभी डायरेक्टर का आभार व्यक्त करते हैं.
कार्यक्रम में एफपीसी अध्यक्ष गार्गी पटेल द्वारा बताया गया कि हम लोग खुद से मंडी एवं फूड का लाइसेंस खुद से बनवाई है. इस अवसर पर एफपीसी फैसिलिटेटर राकेश गिरी जी द्वारा बताया गया कि इस कंपनी में कुल टोटल 1645 महिलायें हैं, जिसमें 754 महिलाएं शेयर ली है.
कार्यक्रम में अमरावती देवी द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम जब नहीं चल रहा था तो हमें कोई जानकारी नहीं थी लेकिन जब से यह कार्यक्रम चला तो हमको आत्मनिर्भरता मिली और हम अपने हक और अधिकार के विषय में जानने लगे.
कार्यक्रम में चाइल्ड लाइन प्रतापगढ़ के प्रभारी समन्वयक हकीम अंसारी ने कहा कि बहनों को बाल श्रम, बाल विवाह आदि मुद्दों पर भी हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने चाइल्ड हेल्प लाइन 1098, महिला हेल्प लाइन-1090 सहित अन्य टोल फ्री नंबरको विस्तार से बताया. कार्यक्रम के अंत में नारी चेतना फाउंडेशन की मुन्नी बेगम ने महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुए बताया कि हम सब महिलाएं हार नहीं मानेंगे और अपने हक अधिकार के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे. अंत में महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी ली.
इस अवसर पर वन विभाग से आए वन दरोगा श्री राजकुमार, शकुंतला देवी, बृजलाल वर्मा, सहीद अहमद, राजू पटेल, मुजम्मिल हुसैन, कलावती देवी एवं कंपनी की डायरेक्टर रीता, ललिता, सावित्री, अमरावती आदि बहनों ने भी अपना विचार रखा.
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