आनंद गुप्ता
रायबरेली महराजगंज आज के इस कार्यक्रम में योग आचार्य के रूप में धर्मेन्द्र मिश्रा एवं प्रधानाचार्य वीरेन्द्र वर्मा ने सभी आगन्तुक बन्धु भगिनी को योग कराया।
धर्मेन्द्र ने शशकासन, मकरासन, शलभासन, वज्रासन, पद्मासन आदि आसन, भ्रामरी उज्जाई, कपालभाति, भसरिका, वाह्य कुम्भक आदि प्राणायाम एवं ध्यान मुद्रा के साथ ही उनका प्रथक प्रथक महत्त्व भी बताया साथ साथ अधिक लाभ के लिए कुछ आयुर्वेदिक औषधियों की भी चर्चा की। विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र वर्मा ने खड़े मुद्रा में विभिन्न आसन जैसे ताड़ासन, वृक्षासन, वीर भद्रासन, त्रिकोड आसन, अर्ध कटि चक्रासन,पार्श्व कोणासन एवं अर्ध चक्रासन आदि का अभ्यास कराया। साथ ही योग दिवस के प्रारम्भ का श्रेय राष्ट्र के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देते हुए कहा कि 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA- UNITED NATION GENERAL ASSEMBALY) के 69 वें सत्र को सम्बोधित करते हुए अपने प्रधानमन्त्री ने जब विश्व समुदाय से योग दिवस की घोषणा करते हुए समर्थन मांगा तो कुल 193 में से 177 देशों ने समर्थन किया जो कि अभी तक के समस्त प्रस्तावों का सर्वोच्च विश्व रिकॉर्ड है। दूसरा विश्व रिकॉर्ड प्रथम योग दिवस पर बना, जिसमे 35985 प्रतिभागियों ने राजपथ पर एक साथ योग कार्यक्रम में सहभाग किया। उसी दिन एक और विश्व रिकॉर्ड बना जिसमे एक ही योग अभ्यास सत्र में एक साथ 84 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है। योग से कार्य में कौशल्य प्राप्त होता है, ऐसा कहते हैं:-
योगः कर्मशु कौशलम
अष्टांग योग का भी जिक्र करते हुए यम, नियम, आसन, प्राणायाम प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, और समाधि का भी संक्षेप में वर्णन किया। पत्रकार सुशील, जगदेव प्रसाद एवं प्रबन्धक ने बेल का पेड़ भी रोपित किया। कार्यक्रम में कुल संख्या 117रही जिसमे प्रमुख रूप से विद्यालय प्रबन्ध समिति के प्रबन्धक समर बहादुर, सदस्य रमेश अवस्थी, सदस्य एवं नगर पञ्चायत अध्यक्ष पति प्रभात साहू सुधा अवस्थी अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा, दिनेश अवस्थी प्रधानाचार्य शिशु मन्दिर, हरी जायसवाल, पत्रकार सुशील, दया शंकर सिंह, अवधेश मिश्रा जिला प्रतिनिधि भाजपा, एवं जगदेव प्रसाद सेवा निवृत्त प्रधानाचार्य , नगर के अन्य गण मान्य बन्धु भगिनी, शिशु मन्दिर एवं विद्या मन्दिर का सम्पूर्ण विद्यालय परिवार प्रमुख रूप से उपस्थित रहा। कुल संख्या 117 रही। जिसमे विद्यालय के छात्र छात्राएं, पूर्व छात्र व मातृ शक्ति का भी सहभाग रहा। शान्ति मंत्र एवं जलपान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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