गोण्डा। पत्रकार समाज कल्याण समिति, गोण्डा के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र लाल गुप्ता व जिला प्रभारी ए आर उस्मानी ने डीआईजी देवीपाटन रेंज गोण्डा व पुलिस अधीक्षक से भोपतपुर चौकी के पुलिसकर्मियों द्वारा पत्रकारों को गालियां देने, बेरहमी से पिटाई करने तथा धमकी देने के पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने तथा पत्रकार के आफिस में घुसकर तोड़फोड़ करने के आरोप में दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
पत्रकार समाज कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र लाल गुप्ता ने कहा है कि चूंकि पत्रकार दुर्गा प्रसाद पटेल दरोगा तथा चौकी के सिपाहियों की करतूतों को अधिकारियों को ट्वीट कर उजागर किया करता था जिससे तिलमिलाए दरोगा व अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा झूठी, मनगढ़ंत कहानी गढ़ी गई और साजिश के तहत फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज किया गया। इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही उन्हें निलंबित किया जाय। संगठन के जिला प्रभारी ए आर उस्मानी ने घटना की निन्दा करते हुए कहा कि पुलिस का यह कृत्य अक्षम्य है। पत्रकार के दफ्तर में रात में घुसकर तांडव करते हुए तोड़फोड़ करना, पत्रकारों को गालियां और धमकी देते हुए मारना-पीटना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह लोकतंत्र पर हमला है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ ही प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री, मुख्यमंत्री, डीजीपी के साथ ही अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से की जाएगी। वहीं पुलिस के इस कृत्य की घोर निन्दा करते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार शुक्ल ने कहा है कि पुलिस अधीक्षक को इसकी उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए। इसके साथ ही भोपतपुर पुलिस चौकी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच होनी चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो सके। उन्होंने कहा कि पुलिस की कहानी गले नहीं उतर रही है।
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