पं बागीस तिवारी
गोंडा:आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर गोंडा द्वारा आज दिनांक 8 जून 2023 दिन गुरुवार को कविराजपुरा ग्रामसभा बहादुरा विकासखंड नवाबगंज जनपद गोंडा में ग्रामीण सहभागी मूल्यांकन (पीआरए )सर्वे किया गया ।
डॉ. पीके मिश्रा प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केंद्र ने पीआरए सर्वे की उपयोगिता की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि गांव के आधारभूत आंकड़ों को एकत्रित कर गांव में खेती सम्बंधी कार्य योजना तैयार की जाएगी ।
इन आंकड़ों में ग्राम में उपलब्ध खेती योग्य भूमि, तालाब, जलभराव क्षेत्र आदि को ध्यान में रखते हुए फसलोत्पादन,पशुपालन आदि से सम्बंधित कार्य योजना तैयार की जाएगी जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके ।
डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने धान मक्का ज्वार बाजरा अरहर तिल उड़द मूंग तोरिया सरसों गेहूं चना मटर मसूर गन्ना तंबाकू आदि फसलों से संबंधित जानकारियां प्राप्त की ।
उन्होंने बताया कि ग्रामसभा में काफी क्षेत्रफल जलभराव का है, ऐसे क्षेत्रों में नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय से विकसित धान की उन्नतशील प्रजातियों एमटीयू 7029 सांभा सब वन, स्वर्णा सब वन, जलप्रिया, जलनिधि, आईआर 64 सब वन आदि प्रजातियों का चयन कर धान की उपज को बढ़ाया जा सकता है ।
वर्ष 2023 अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है । मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता है । साथ ही फसल अवशेष प्रबंधन, प्राकृतिक एवं जैविक खेती,धान की सीधी बुवाई को अपनाने की आवश्यकता है।
एक जनपद एक उत्पाद के अंतर्गत शामिल मक्का एवं दलहनी फसलों की उन्नतशील प्रजातियों का चयन कर वैज्ञानिक खेती करके अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है । डॉ. मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने बागवानी फसलों जैसे आम लीची आंवला केला, सब्जी की खेती, फूलों की खेती और औषधीय फसलों की खेती से सम्बंधित जानकारी प्राप्त की ।
उन्होंने बताया कि पुराने बागों का जीर्णोद्धार कर पुराने बागों से अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है । आम की सघन बागवानी एवं फलों की समय पर कटाई छंटाई से फसलों की अच्छी उपज प्राप्त होगी । डॉक्टर दिनेश कुमार पांडेय ने फलों का अच्छा मूल्य प्राप्त करने के लिए फल परिरक्षण को बहुत जरूरी बताया ।
प्रवीण कुमार प्राविधिक सहायक कृषि विभाग ने कृषि विभाग की संचालित योजनाओं पीएम किसान सम्मान निधि, कुसुम योजना आदि की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि राजकीय कृषि बीज भंडार में ढैंचा, धान का बीज आदि अनुदान पर उपलब्ध है ।
ढैंचा की हरी खाद बनाकर किसान भाई खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ा सकते हैं । इस अवसर पर प्रगतिशील कृषकों मोहम्मद शकील, मोहम्मद सद्दीक, रामसूरत,हरिश्चन्द्र आदि ने प्रतिभाग कर कृषि सम्बंधी आधारभूत आंकड़ों की जानकारी दी तथा कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों को भरपूर सहयोग का आश्वासन भी दिया ।
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