शव के घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम पुलिस के समझाने बुझाने पर परिजनों ने किया अंतिम संस्कार
वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ जीविकोपार्जन के लिए ईट भट्ठा पर मजदूरी करने गए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शव के घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया। शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार करने पर पुलिस के समझाने बुझाने पर अंतिम संस्कार किया गया।
मानिकपुर थाना क्षेत्र के लाटतारा पूरे हुलास राय गांव निवासी राजकुमार पटेल 30 वर्ष पुत्र मिट्ठू लाल पटेल जीविकोपार्जन के लिए राजस्थान प्रांत के हनुमान गढ़ में ईट भट्टे पर मजदूरी करने गया था। जहां पर 3 दिन पहले उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के पिता मिट्ठू लाल पटेल भी राजस्थान के दूसरे जनपद में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता था।
जानकारी पर वह हनुमानगढ़ पहुंचा तब उसे जानकारी हुई कि उसे कुएं में गिराकर मारा गया था। आर्थिक तंगी के कारण वह वहां पर कोई विधिक कार्रवाई नहीं कर सका। जिसके कारण उसे बेटे का शव लेकर घर वापस आना पड़ा। साथ में आए रायबरेली जनपद के सलवन कस्बा निवासी रिश्तेदार मिस्त्री शव के घर पहुंचते ही जब पत्नी मालती देवी समेत परिजन रोने चिल्लाने लगे तो मौका पाकर उस चुपके से फरार हो गया।
जब उसे लोग ढूंढने लगे तो उसका कहीं अता पता नहीं चला, तो परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया, कि जब तक हत्यारे के खिलाफ मुकदमा तथा उसकी गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया। बहरहाल परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया, तब पुलिस ने राहत की सांस ली।
मृतक राजकुमार कि 3 वर्ष पूर्व ललिता देवी के साथ शादी हुई थी दोनों के दांपत्य जीवन में दो साल का एक बेटा भी है। रविवार का दिन मानिकपुर पुलिस के लिए बहुत ही दुखदाई दिन रहा। जहां क्षेत्र में हुई 3 मौतों से पुलिस तपती धूप में हलाकान होती रही।
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