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हमका काहे का उड़ायू हम चिरैया तुम्हरी.....



कवि सम्मेलन में राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने समाज व राष्ट्र को जोड़ने वाली चेतना के माहौल को मजबूत बनाने पर दिया जोर

कुलदीप तिवारी 

लालगंज, प्रतापगढ़। रानीगंज कैथौला स्थित केशव प्लाजा में शनिवार की शाम को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में देश व प्रदेश के नामचीन कवियों ने राष्ट्रीय एवं सामाजिक चेतना को सशक्त तेवर की रंगत में धार देने में कामयाबी हासिल की। कार्यक्रम में आयोजन समिति द्वारा साहित्यकारों का सारस्वत सम्मान भी किया गया।


अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शुभारम्भ राज्यसभा में विपक्ष उपनेता प्रमोद तिवारी ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया।



कवि सम्मेलन में मुख्यअतिथि राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने देश के साहित्य जगत से मौजूदा परिवेश में राष्ट्रीय एकता के सूत्र को मजबूत बनाने वाली लेखनी को सशक्तधार देने का आह्वान किया। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कविता, गीत व गजल तथा ओज की रचनाएं देश की समृद्धि और सुरक्षा के माहौल को मजबूती प्रदान करने में सदैव चेतनाशील रही है। 



उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता का संचार सुदृढ़ बनाये रखने के लिए कवियों का यह उत्तरदायित्व है कि वह समाज को जोड़ने की भूमिका को केन्द्रित करने वाली रचनाएं परोसे। उन्होंने कहा कि जिस भी व्यक्ति में देशप्रेम का जज्बा नहीं हो ऐसे व्यक्ति को सांस लेने का भी अधिकार नहीं हुआ करता। प्रमोद तिवारी ने आयोजन समिति की ओर से मंच पर मौजूद ख्यातिप्राप्त रचनाकारों को स्मृतिचिन्ह के साथ माल्यार्पण कर सम्मानित किया। 



आयोजन समिति की ओर से पूर्व प्रधान रामचन्द्र तिवारी व पूर्व प्रमुख सुरेन्द्र सिंह ददन तथा छोटे सिंह ने राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी को कल्याण के प्रतीक महादेव की प्रतिमा भेंटकर सम्मानित किया। कवि सम्मेलन का उद्घाटन लालगंज प्रमुख इंजीनियर अमित प्रताप सिंह पंकज ने किया। संयोजक कवि हरिबहादुर सिंह हर्ष ने आयोजन को लेकर साहित्यिक परिवेश को समृद्धिशाली बनाये रखने के लिए प्रस्तावना रखी। 


अन्र्तराष्ट्रीय कवि सौरभ जैन सुमन के संचालन में कवि सम्मेलन खूबसूरती के साथ परवान चढ़ा। प्रयागराज के राधेश्याम भारती के हास्य के गहरे अंदाज के बीच रचनाएं श्रोताओं को जोरदार ठहाके लगाने पर बेवश करती दिखी। इटावा के रामभदावर ने रानी पद्यावती के जौहर की कविता का पाठ शुरू किया तो कवि सम्मेलन में मौजूद लोग वतन परस्ती के कायल हो उठे। सोनी मिश्रा के श्रृंगार से जुड़े मुक्तकों व गीत ने भी कवि सम्मेलन की सफलता बयां की। 



शिवकिशोर तिवारी खंजन ने भ्रूण हत्या पर अपनी रचना......हमका काहे का उड़ायू हम चिरैया तुम्हरी .....पढ़ी तो लोगों की आंखें खुद-ब-खुद सजल हो उठी। जिले की सशक्त पहचान लिए हुए कवियित्री अर्चना सिंह के प्रेमगीत पर भी श्रोताओं का दिल बागबाग हो उठा दिखा। शैलेन्द्र मधुर ने पढ़ा- हम हैं शंकर जहर पीते हैं....पर काफी देर तक तालियां गूंजती रही। युवा शायर आनन्द सिंह की शायरी भी लोगों के जहन में उम्दा नजर आयी। 


संचालन कर रहे मेरठ के सुविख्यात कवि सौरभ जैन के संचालन को कवि सम्मेलन की सफलता का श्रोताओं में कामयाब हिस्सा आंका गया। अध्यक्षता डाॅ. अम्बिकेश त्रिपाठी व संयोजन युवा आवाज माने जाने वाले दमदार कवि हरिबहादुर सिंह हर्ष ने किया। कार्यक्रम में लालगंज टाउन एरिया चेयर पर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, पूर्व प्राचार्य भगवती प्रसाद तिवारी, रामचन्द्र तिवारी, रामकृष्ण तिवारी का भी सम्मान हुआ। आभार प्रदर्शन सांसद प्रमोद के मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने किया। 



इस मौके पर अर्जुन जायसवाल, ददन सिंह कछवाह, अनिल कुमार सिंह, हरिश्चन्द्र विश्वकर्मा, जयप्रकाश जायसवाल, शिवबहादुर सरोज, विजय मिश्र बाबी, विजय शंकर मिश्र, रावेन्द्र प्रताप सिंह, लल्लन सिंह, हरिपाल ओझा आदि रहे।

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