आयुष मौर्य
धौरहरा खीरी।मानकों की अनदेखी और भ्रष्टाचार का नजारा देखना है तो कही जाने की जरूरत नहीं है। इसके लिए बस जिले की धौरहरा तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत घुरूघुट्टा में ही जाना होगा। जहां कराए जा रहे बाजार निर्माण कार्य में जमकर मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। खुलेआम पीली व खड़ंजा पुरानी ईटो व घटिया किस्म के बने मसालों से बाजार का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिम्मेदार मामले से अनजान बने हुए है। जिसकी लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है ,
मामला, धौरहरा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत गुरुघुट्टा का है। जहां बाजार का पक्का निर्माण कार्य मानक के विपरीत कराया जा रहा है। बाजार का पक्का निर्माण कार्य में नियम कानून को ताख पर रखकर मानक विहीन और घटिया सामग्री से निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। जिसमे पीली एवं खड़ंजा पुरानी ईंटो, का प्रयोग एवं मानकों के विपरीत मसाले का भी प्रयोग किया जा रहा है।
ऐसे में यह पक्की बाजार कितने दिन चलेगी, यह भगवान ही जाने। सवाल यह उठता है कि सरकार बड़े बड़े दावे करती है कि हम अच्छे बजट से गावों का विकास करा रहे हैं। लेकिन वहीं अधिकारी सरकार के मंसूबो को पानी में डुबा रहे है। मजे की बात यह भी है कि निर्माण कार्य स्थल पर किसी भी प्रकार से कोई सूचना बोर्ड नही लगाया गया है।
जबकि शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए है कि निर्माण कार्य स्थल पर कार्य प्रारंभ होने से पूर्व नागरिक सूचना बोर्ड लगाया जाय, ताकि आम जनता को पता चल सके कि शासन ने किस काम के लिये कितनी धनराशि आवंटित की है। किंतु ग्राम पंचायत में हो रहे किसी भी कार्यो में यह बोर्ड पहले नही लगाया जाता है।
जिससे सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास की धनराशि आम जनता को नही पता चल पाती और ग्राम प्रधान से लेकर अधिकारियों तक धन का बंदरबांट अपने मनमानी तरीके से कर लिया जाता है। इस संबंध में जब बीo डीoओ धौरहरा से बात करने की कोशिश की तो , उनका नही लगा l
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