ए आर उस्मानी
गोण्डा। जून माह के तीसरे बुधवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने विकास भवन सभागार में दूर दराज से आए किसान बंधुओं के साथ बैठक की। बैठक में सभी किसानों ने उनका जिले में आने पर स्वागत किया। डीएम ने किसानों की समस्याओं को बारी-बारी से जाना एवं उनके निराकरण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया।
किसान बंधु की बैठक में किसानों द्वारा नहरों में समय से पानी ना आने, किसान सम्मान निधि ना मिलने एवं आवारा पशुओं की समस्या सहित कई मुद्दों को उठाया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सिंचाई विभाग को रोस्टर बनाकर किसानों को सयय से पानी पहुंचाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जहां पर नहरों के द्वारा पानी नहीं पहुंच पा रहा है, वहां राजकीय नलकूप के द्वारा पानी पहुंचाया जाय। छुट्टा पशुओं की समस्या पर उन्होंने सभी बीडीओ और सीवीओ को निर्देश दिए कि जनपद में आवारा पशु से किसी भी किसान की फसल को नुकसान नहीं होना चाहिए।
निराश्रित गोवंशों को पकड़कर गौशालाओं में रखा जाए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से भी कहा कि वह सभी बीडीओ के माध्यम से अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशों को गौशालाओं में रखवाना सुनिश्चित करें। कोई भी गोवंश गौशाला से बाहर ना आने पाए। डीएम ने किसानों की समस्याओं के निराकरण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि सभी किसानों की समस्याओं को एक सप्ताह के अंदर निस्तारित किया जाए।
एक हफ्ते के अंदर रिबोर कराकर चालू कराएं हैंडपंप : नेहा शर्मा
किसानों द्वारा नहरों में पानी ओवरफ्लो होने पर फसल को नुकसान पहुंचने की बात जिलाधिकारी से कही गई। इस पर उन्होंने सीडीओ से कहा कि मनरेगा के माध्यम से इस तरह की व्यवस्था की जाए कि नहरों आदि में पानी ओवरफ्लो होने पर पानी फसलों को नुकसान न पहुंचाये और उस पानी से वाटर रिचार्ज हो सके। उन्होंने कहा कि जो हैंडपंप रिबोर ना होने पर बंद पड़े हैं, उनको एक हफ्ते के अंदर रिबोर करा कर चालू किया जाए। कुछ किसानों द्वारा गन्ना का भुगतान समय से ना होने की शिकायत की गई। इस पर उन्होंने गन्ना अधिकारी को निर्देश दिए कि वे तत्काल इस बारे में गन्ना आयुक्त को सूचित कर किसानों की समस्याओं को दूर कराएं।
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