Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

मां-बेटे को नम आंखों से किया गया सुपुर्द-ए-खाक, बेटी की सलामती को दुआ में उठे हजारों हाथ



ए आर उस्मानी 

गोण्डा। शनिवार की सुबह सड़क दुघर्टना में हुई मां-बेटे की दर्दनाक मौत से दौलतपुर गांव में आज दूसरे दिन भी मातम छाया रहा। हर आंख नम और चेहरा गमजदा दिखाई दे रहा था। रविवार को सुबह 10 बजे दोनों लाशों को गम और मातम के बीच गांव के बाहर कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। 


इस दौरान जहां लोग मां-बेटे की मौत पर आंसू बहाते नजर आए, वहीं जिला मुख्यालय पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रही 20 वर्षीय अफसाना की सलामती के लिए लबों पर दुआएं थीं। वह पिछले करीब 36 घंटे से कोमा में बताई जा रही है।

      

 बताते चलें कि शनिवार की सुबह करीब आठ बजे दर्जीकुआं-मनकापुर हाईवे मार्ग पर स्थित दनौवा गांव के पास एक तेज रफ्तार कार ने मोटरसाइकिल में पीछे से जबरदस्त टक्कर मार दी थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक कार में फंसकर दूर तक घिसटती हुई चली गई।



 इससे बाइक में आग लग गई और वह धू-धू कर जल गयी। इस हादसे में मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें आनन-फानन में सीएचसी काजीदेवर पहुंचाया गया जहां गंभीर अवस्था में तीनों घायलों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। 


जिला अस्पताल में इलाज के दौरान युवक और उसकी मां की शनिवार को ही मौत हो गई जबकि युवती की हालत गंभीर बनी हुई है। यह दुर्घटना मोतीगंज थाना क्षेत्र के दर्जीकुआं-मनकापुर पर स्थित दनौवा गांव के पास शनिवार की सुबह हुई। 


कोतवाली देहात के दर्जीकुआं पुलिस चौकी क्षेत्र अंतर्गत दौलतपुर गांव निवासी 30 वर्षीय आमिर पुत्र लल्ले उर्फ भोलू अपनी मां 50 वर्षीया वसीम बानो व अपनी 20 वर्षीय बहन अफसाना के साथ बाइक से मनकापुर जा रहा था।


 रास्ते में दनौवा गांव के पास स्थित पेट्रोल पंप पर तेल भराकर जैसे ही बाइक लेकर सड़क पर चढ़ा कि गोण्डा की तरफ से आ रही तेज रफ्तार वैगनआर कार ने बाइक में पीछे से जबरदस्त टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाइक कुछ दूर तक घसीटते हुए चली गई और कार से छूटते ही बाइक में आग लग गई। बाइक सवार लोग सड़क पर घायल अवस्था में पड़े रहे। 


मौके पर पहुंचे लोगों ने इसकी सूचना कहोबा चौकी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार सिंह, देवेन्द्र यादव, कांस्टेबल धनंजय सिंह, सचिन तत्काल मौके पर पहुंचे और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काजीदेवर पहुंचाया। सीएचसी काजीदेवर में हालत गंभीर देखते चिकित्सक द्वारा घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान आमिर व उसकी मां वसीम बानो की इलाज के दौरान मौत हो गयी। वहीं अफसाना की हालत गंभीर बताई जा रही है,वह कोमा में है।


 रविवार को मां और बेटे को दौलतपुर गांव के बाहर स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इस दौरान हर आंख से आंसू निकल रहे थे। लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही अफसाना की सलामती के लिए दुआएं कर रहे हैं।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे