Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

मनकापुर:धूमधाम से मनायी गयी कर्नल श्रीनिवास शुक्ल की पुण्य तिथि, निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का हुआ आयोजन



दिनेश कुमार 

गोंडा। देश की सेवा के बाद सेना से सेवानिवित्त होकर समाज सेवा में जीवन व्यतीत करने वाले कर्नल श्रीनिवास शुक्ल की पुण्य तिथि उनके पैतृक गांव महेवानानकार में  धूमधाम से मनायी गयी।


इस मौके पर निःशुल्क चिकित्सा शिविर के आयोजन के साथ भंडारे का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कर्नल विपिन शुक्ल व अनिल शुक्ल  द्वारा आयोजित किया गया।



बताते चले मनकापुर तहसील के महेवानानकार गांव में जन्में कर्नल श्रीनिवास शुक्ल जो कि चार महत्वपूर्ण युद्धों भारत-चीन 1962,भारत-पाक 1965,भारत-पाक1971,श्री लंका में आपरेशन पवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर गांव ,तहसील-मनकापुर,जिला-गोन्डा,उत्तर प्रदेश और भारत देश का नाम रोशन किया।


समाज सेवा करते करते 01 जून 2021 को  कोरोना महामारु की चपेट से उनका देहावसान हो गया।उन्ही की याद में उनके द्वारा गरीबो की सेवा व निःशुल्क इलाज के लिए बनाये गये सैनिक परमार्थ चिकित्सालय ट्रस्ट पर गुरूवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बाद हवन पूजन के उपरान्त भंडारे का आयोजन हुआ। 



इसके साथ ही साथ निःशुल्क चिकित्साशिविर लगाया गया। जिसमें डा0 रवि कुमार,डा0 ओमान व डाक्टर ज्योति शर्मा  की टीम द्द्वारा सैकडो लोगो का स्वास्थ चेक अप, इलाज,दवा वितरण किया गया।इस मौके पर भारी संख्या में क्षेत्र व दूरदराज के लोग  उपस्थित रहे।




सैनिक परमार्थ चिकित्सालय का प्रयोजनःकेन्द्र व राज्य सरकार ने इस देश के नागरिकों कोअच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए विभिन्न पहल की शुरूवात की है।सैनिक परमार्थ चिकित्सालय समाज की उस कडी को स्थापित करता है जो वंचित व अशिक्षित वर्ग को प्राथमिक चिकित्सा,सरकार की विभिन्न योजनाओ पर शिक्षित करके गांव के लोगो को सरकारी सहायता का अधिकतम लाभ उठाने की सुविधा प्रदान करता है।



तातकालिक उद्देश्यःमानसिक रूप से मंद और व्यथित लोगो तक पहुंचना।जिन लोगो के पास प्राथमिक इलाज की पहुंच नही है।उनकी पूर्व प्राथमिक इलाज का गांव में ही देखभाल करना है।


इसके अलावा गांव से पीएचसी व सीएचसी तक पहुंचाने के लिए मदद करना है।


सुबह से लगी रही कतारः

 महेवानानकार गांव में सुबह से शाम तक मरीजो का ताता लगा रहा। उनकी विभिन्न जांचे व दवाइयों का इंतजाम किया गया था।


उनके भोजन की भी व्यावस्था की गयी थी। आज भले ही कर्नल श्रीनिवास शुक्ला न हो लेकिन उनके बेटे भी उनके नक्शे कदमों पर गरीबों की सेवा करने में जुट गये। सैनिक स्पूत के पास भारी संख्या में महिलाए,पुरूष,बच्चे आदि लोग आयी और मृतक कर्नल श्रीनिवास शुक्ला को भावभीनी श्रद्धांजलि देने का काम किया।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे