राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने मणिपुर के बेकाबू हालात को चिन्ताजनक ठहराते सीएम से त्यागपत्र की उठायी मांग
कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता एवं कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने भाजपा पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने देश की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और उसका नेतृत्व देश को यह बताए कि इस समय सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ या राष्ट्रीय सुरक्षा अथवा हितों से जुड़े मसलों पर कोई जवाबदेही का सवाल उठाये तो उसके पीछे सीबीआई और ईडी तथा प्रवर्तन निदेशालय का दुरूपयोग क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जिस तरह से संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग लोगों की आवाज दबाने को लेकर शुरू किया है वह देश में अघोषित आपातकाल की पराकाष्ठा है।
देश में विपक्षी एकता को लेकर शिमला में होने वाली अगली बैठक का जिक्र करते हुए राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्षी एकता को जिस तरह से मजबूती मिल रही है उसे देखते हुए भाजपा के कुछ नेता और कुछ मंत्रियों की हतासा उनकी रोज फिसलती हुई जुबान में दिखलाई पड़ने लगी है।
मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से रविवार को यहां जारी बयान में सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि शिमला की बैठक में विपक्ष भाजपा के खिलाफ यदि एक बनाम एक फार्मूले पर इसी मजबूती के साथ आगे बढ़ा तो महंगाई व बेरोजगारी तथा हर मोर्चे पर विफल और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली इस निमर्मतम भाजपा सरकार की जहाज का लोकसभा चुनाव में डूबना तय हैं।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मणिपुर में केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह की बैठकों के बावजूद हिंसा का दौर भाजपा की राज्य सरकार से थामे नहीं थम रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अतिसंवेदनशील मणिपुर के हालात बेकाबू हो उठे हैं। ऐसे में प्रमोद तिवारी ने मणिपुर के मौजूदा मुख्यमंत्री के त्यागपत्र पर कांग्रेस की मांग पर खासा जोर दिया है।
श्री तिवारी ने कहा कि जोड़तोड़ से मणिपुर में जनादेश के विपरीत भाजपा ने सरकार बनाई इसका खामियाजा न रूकने वाली हिंसा को लेकर निर्दोष लोगों को चुकानी पड़ रही है।
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