अगली बार अनुपस्थित मिले तो दर्ज होगी एफआईआर
औचक निरीक्षण में बंद मिले कई अस्पताल, डीएम नेहा शर्मा ने की कार्रवाई
औचक निरीक्षण में अनुपस्थित मिले कर्मचारियों का रोका गया वेतन, स्पष्टीकरण तलब
20 चिकित्सक व 146 कर्मियों के खिलाफ हुई कार्रवाई
ए आर उस्मानी
गोण्डा। जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए नवागत जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पहल शुरू कर दी है। गुरूवार को उन्होंने जनपद के कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्हें कई पीएचसी बंद मिले एवं कई सीएचसी व पीएचसी पर डॉक्टर व अन्य मेडिकल स्टाफ नदारद मिला। कई अस्पतालों में उचित साफ-सफाई नहीं मिली।
औचक निरीक्षण के दौरान कुल 20 प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं 146 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इस लापरवाही पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अनुपस्थित पाए गए डॉक्टर एवं कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सीएमओ को निर्देश दिए कि वह सभी अनुपस्थित पाए गए डाक्टर व कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब करें और एक सप्ताह में स्पष्टीकरण उपलब्ध कराएं।
साथ ही उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि अगली बार इस तरह की लापरवाही बरती गई तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
निरीक्षण के दौरान डीएम को मिले 166 कर्मी नदारद
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काजीदेवर में 13 कर्मी, पंडरी कृपाल और इटियाथोक में 8-8 कर्मी, मुजेहना में 6 कर्मी, नवाबगंज में कर्मी, बेलसर में 15 कर्मी, वजीरगंज में 5 कर्मी, करनैलगंज में 11 कर्मी, हलधरमऊ में 6 कर्मी, कटरा बाजार में 17 कर्मी, परसपुर में 6 कर्मी, बभनजोत में 35 कर्मी, जबकि सीएचसी मनकापुर में केवल डॉक्टर उपस्थित मिले। अन्य सभी कर्मी अनुपस्थित पाए गए। सीएचसी रुपईडीह में 3 कर्मी के अलावा सभी कर्मी अनुपस्थित पाए गए। औचक निरीक्षण के दौरान कुल 20 प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं 146 कर्मचारी सहित कुल 166 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरगदी, टिकरी, इमलिया मिश्र, धनावा एवं पूरे तिवारी बंद पाया गया। सीएचसी मुजेहना, सीएचसी तरबगंज, करनैलगंज, पीएचएससी गंजे मऊ में साफ-सफाई खराब पाई गयी।
कारण बताओ नोटिस जारी करने का दिया आदेश
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए चिकित्साधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन बाधित करते हुए एक सप्ताह में स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं।
इसके अलावा उन्होंने बंद पाए गए पीएचसी के प्रभारी अधीक्षक एवं चिकित्सा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई हेतु पत्रावली एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।
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