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विधायक और प्रशासन के बीच नोकझोंक, खाली हाथ लौटा वन विभाग



पलिया के गांव घोला में वन विभाग की जमीन को खाली कराने पहुंची थी पुलिस वन विभाग व तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम

बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ जेसीबी लेकर पहुंचे थे वन विभाग के अधिकारी।

पलिया के गांव घोला में जमीन को खाली कराने पहुंची वन विभाग की टीम को विधायक से नोकझोंक के बाद बैरंग वापस लौटना पड़ा।

विधायक के साथ खड़े हुए सैकड़ों ग्रामीण, टीम के वापस लौटने के बाद रोमी साहनी जिंदाबाद के लगे नारे

आनंद गुप्ता 

पलियाकलां-खीरी।पलिया तहसील के गांव घोला में जमीन खाली कराने गए वन विभाग को विधायक का सामना करना पड़ा। 



विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों में काफी देर तक नोकझोंक हुई जिसके बाद वन विभाग की टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा। विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि जब तक इन गरीबों को दूसरी जगह जमीन आवंटन नहीं कर दी जाती तब तक वह इन गरीबों को बेघर नहीं होने देंगे और ना ही जमीन खाली करने देंगे।


बुलडोजर सहित टीम को बैरंग वापस जाने के बाद ग्रामीणों ने रोमी साहनी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए उनका आभार जताया।



वन विभाग लगातार अतिक्रमणकारियों के कब्जे में फंसी विभाग की जमीन को खाली कराने के प्रयास में लगा हुआ है। चंदन चौकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित गांव व मंडियों को खाली कराने के लिए वन विभाग अभियान चलाए हुए हैं। 



इसी क्रम में गुरुवार को वन विभाग की टीम पलिया तहसील के गांव घोला में पहुंची। टीम में तहसील प्रशासन पुलिसकर्मी वन विभाग के साथ जेसीबी लेकर मौके पर जा पहुंचे। 



इससे पहले कि बुलडोजर गरीब ग्रामीणों पर चलता सूचना मिलते ही भाजपा विधायक रोमी सहानी मौके पर जा पहुंचे और विधायक एवं टीम के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। विधायक ने प्रशासनिक अमले को कड़े लहजे में जेसीबी मशीन सहित पुलिस बल को वापस ले जाने को कहा। 



काफी देर तक विधायक और वन विभाग अधिकारियों के बीच नोकझोंक चलती रही और अंत में टीम को बुलडोजर लेकर बैरंग वापस लौटना पड़ा। भाजपा विधायक रोमी साहनी ने साफ शब्दों में कहा कि यह गरीब करीब 70 सालों से इस जमीन पर काबिज हैं और रहते चले आ रहे हैं। 



लेकिन वन विभाग आए दिन इनको अपनी जमीन बताकर हटाना चाहता है। उन्होंने कहा कि जब तक इन गरीबों को ग्राम सभा की भूमि पर बसाया नहीं जाएगा, तब तक वन विभाग इनको परेशान न करें। इसके बाद टीम को बिना किसी कार्रवाई के वापस लौटना पड़ा। 



वन विभाग के प्रभारी रेंजर विमलेश का कहना है कि करीब 100 एकड़ वन विभाग की जमीन है, जिसमें 45 एकड़ में गांव बसा है। कुछ जमीन खाली कराई गई थी। इस पर ग्रामीणों ने फिर से पटान कर दिया है जिसको टीम हटाने गई थी।

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